RBI: क्रेडिट पॉलिसी की ये है प्रमुख बातें, जानें यहां

आरबीआई ने आज अपनी चालू वित्तीय वर्ष की दूसरी मौद्रिक नीति का ऐलान कर दिया है। इसमें रेपो रेट को स्थिर रखा गया है
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई पर अर्जुन की तरह नजर रखने की जरूरत है।
वित्त वर्ष 2024 में हेडलाइन मुद्रास्फीति हालांकि नीचे आ रही है, लेकिन अभी भी 4 फीसदी से ऊपर है।
मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी आवश्यक कार्रवाई करते रहेंगे। औसत लिक्विडिटी लगातार ज्यादा बनी हुई है। इसका सबसे बड़ा कारण 2000 रुपये के नोट का बैंकों में वापस आना है।
ग्रामीण मांग में लगातार सुधार हो रहा है। वहीं घरेलू मांग काफी अच्छी है, जो विकास में सहायक है।
जहां तक दिक्कतों की बात है तो मांग में कमजोरी, वैश्विक अस्थिरता, और एलनीनो का जोखिम है।
चालू वित्तीय वर्ष में वास्तविक जीडीपी ग्रोथ 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है। वास्तविक नीतिगत दर सकारात्मक बनी हुई है।
करेंट अकाउंट डेफिसेट लगातार कम हो रहा है। उम्मीद है कि चालू वित्तीय वर्ष में यह संभला रहेगा।
Author : Akash dubey
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