एजुकेशन लोन पर भी इंश्योरेंस लिया जा सकता है। एजुकेशन लोन पर भी इंश्योरेंस कराया जा सकता है और इसके फायदे भी हैं।
एजुकेशन लोन पर लिया गया बीमा किसी अनहोनी या हादसे के कारण लोन की रिपेमेंट करने में हमारे काम आता है।
अगर कोई छात्र या अभिवावक किसी अनचाहें घटना के कारण लोन चुकने में दिक्कतों का सामना करते हैं तो एजुकेशन लोन पर लिया गया बीमा आपके लिए इस मुश्किल घड़ी में कारगर साबित होता है।
एजुकेशन लोन के तहत लिया गया पैसा चुकाने की जिम्मेदारी अधिकारिक तौर पर लोन के अप्लिकेंट की होती है।
एजुकेशन लोन के तहत लिया गया पैसा चुकाने की जिम्मेदारी अधिकारिक तौर पर लोन के अप्लिकेंट की होती है।
एजुकेशन लोन में एप्लिकेंट स्टूडेंट होते हैं और अधिकतर एजुकेशन लोन में छात्रो के माता-पिता को-एप्लिकेंट की भूमिका में होते हैं।
जब तक स्टूडेटं पढ़ाई पूरी करके नौकरी नहीं करने लगता है तब तक यह को-अप्लिकेंट की जिम्मेदारी होती है।
जब तक स्टूडेटं पढ़ाई पूरी करके नौकरी नहीं करने लगता है तब तक यह को-अप्लिकेंट की जिम्मेदारी होती है।
लोन के बाद अगर कोई दुखद घटना एप्लिकेंट या को-अप्लिकेंट के साथ होती है तो यह बीमा लोन भरने में सहायता प्रदान करता है।
स्टूडेंट्स को हमेशा अपना करियर सुरक्षित करने के लिए तीन तरह के इंश्योरेंस को आप्ट करना चाहिए।
इनमें पहला है हेल्थ इंश्योरेंस, दूसरा है एजुकेशन लोन इंश्योरेंस और तीसरा स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस। यह किसी भी कठीन समय में बेहद ही कारगर है।