एक ही एफडी स्कीम में न करें पूरे पैसे निवेश, होगा नुकसान

आरबीआई ने महंगाई पर लगाम लगाने के लिए रेपो रेट में पिछले एक साल में कई बार बढ़ोतरी की है.
जून में MPC की बैठक में आरबीआई ने रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है और यह 6.5 फीसदी पर स्थिर बना हुआ है.
रेपो रेट अधिक होने के कारण एफडी स्कीम पर तगड़ा ब्याज दर मिल रहा है.
ध्यान रखें कि एक ही बैंक में 10, 20, 30 लाख रुपये की बड़ी एफडी करने के बजाय आप छोटी-छोटी एफडी में निवेश करें.
किसी एक बैंक में बड़े राशि की एफडी में निवेश करने के बजाय आप छोटी-छोटी राशि की कई एफडी में निवेश कर सकते हैं.
एफडी में पैसे निवेश करने से आपको एक साथ फायदा या नुकसान हो सकता है.
छोटी एफडी होने पर आप इनमें से कुछ को तोड़कर दोबारा ज्यादा ब्याज दर वाली स्कीम में निवेश करके तगड़ा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.
क्सर लोग निवेश करते वक्त सारे पैसे बड़ी एफडी में डाल देते हैं. ऐसे में इमरजेंसी की स्थिति में उन्हें फंड की कमी हो जाती है.
कोशिश करें कि अलग-अलग एफडी स्कीम में निवेश करें ताकि थोड़े पैसों की जरूरत पड़ने पर आपको पूरी एफडी न तुड़वानी पड़े.
अलग-अलग एफडी में निवेश करने से आपको कई तरह के बैंकों की ब्याज दरों का लाभ मिलेगा.
Author : Akash dubey
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