उत्तरप्रदेश

भाजपा सरकार के लिये जगतगुरू के सात मंत्र, चित्रकूट में मंथन कर आरएसएस द्वारा तैयार किया जा रहा खाका

भाजपा सरकार के लिये जगतगुरू के सात मंत्र, चित्रकूट में मंथन कर आरएसएस द्वारा तैयार किया जा रहा खाका
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Chitrakoot News / चित्रकूट न्यूज़ : भाजपा (Bjp)और केन्द्र सरकार के लिये चित्रकूट (Chitrakoot) में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) ने मंथन किया है। जिसमें जगद्गुरु रामभद्राचार्य (Jagadguru Rambhadracharya) ने संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) को 7 सुझाव दिये है। उम्मीद है कि इस मंथन से निकलने वाले सुझावो पर सरकार विचार कर सकती है।

Chitrakoot News / चित्रकूट न्यूज़ : भाजपा (Bjp)और केन्द्र सरकार के लिये चित्रकूट (Chitrakoot) में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) ने मंथन किया है। जिसमें जगद्गुरु रामभद्राचार्य (Jagadguru Rambhadracharya) ने संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) को 7 सुझाव दिये है। उम्मीद है कि इस मंथन से निकलने वाले सुझावो पर सरकार विचार कर सकती है।

मोहन भागवत को जगतगुरू ने दिये 7 मुद्दे

दरअसल, 9 से 13 जुलाई तक चलने वाले इस मंथन से दो दिन पहले 7 जुलाई को संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) रामभद्राचार्य का आशीर्वाद लेने पहुंचे थे। उसी दौरान जगद्गुरु ने गुरुमंत्र के तौर पर संघ प्रमुख को 7 मुद्दे दिए।

रामभद्राचार्य तुलसी पीठ के संस्थापक हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया था।

उठाया कश्मीर का मुद्दा

जगतगुरू रामभद्राचार्य (Jagadguru Rambhadracharya) ने गुरुमंत्र में संघ प्रमुख को जो 7 मुद्दों पर विचार को कहा उनमें भारत के नक्शे में आधा-अधूरा कश्मीर नहीं, बल्कि पूरा कश्मीर जुड़ना चाहिए। धर्म परिवर्तन पर रामभद्राचार्य ने कहा कि केंद्र को सख्त कानून बनाना चाहिए और ये काम जल्द से जल्द किया जाना चाहिए।

जनसंख्या नियंत्रण कानून हो

जगद्गुरु ने कहा कि देश में मुस्लिमों की आबादी बहुत तेजी से बढ़ रही है और हिंदुओं की संख्या उस अनुपात में कम होती जा रही है। इसे देखते हुए जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जल्द से जल्द कानून बनना ही चाहिए। उन्होंने गोवध को पूरी तरह से निषेध के लिये भागवत को सुझाया है।

समान नागरिक कानून बनाया जाय

जगतगुरू ने कहा कि देश के भीतर एक कानून होना चाहिए, फिर चाहे नागरिक किसी भी धर्म का क्यों न हो। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता तुरंत लागू किए जाने की जरूरत है।

रामभद्राचार्य (Jagadguru Rambhadracharya) ने मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) से कहा कि हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाया जाए। रामायण को राष्ट्रीय ग्रंथ बनाना चाहिए।

Suyash Dubey | रीवा रियासत

Suyash Dubey | रीवा रियासत

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