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रीवा: भ्रष्ट और घूसखोर सीएमओं को पुनः मिला नगर परिषद चाकघाट का प्रभार, हटाएं जाने की मांग

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:28 AM GMT
रीवा: भ्रष्ट और घूसखोर सीएमओं को पुनः मिला नगर परिषद चाकघाट का प्रभार, हटाएं जाने की मांग
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रीवा: भ्रष्ट और घूसखोर सीएमओं को पुनः मिला नगर परिषद चाकघाट का प्रभार, हटाएं जाने की मांग रीवा हम बात कर रहे हैं रीवा

रीवा: भ्रष्ट और घूसखोर सीएमओं को पुनः मिला नगर परिषद चाकघाट का प्रभार, हटाएं जाने की मांग

रीवा (विपिन तिवारी) । हम बात कर रहे हैं रीवा जिले के त्योंथर तहसील अंतर्गत नगर परिषद चाकघाट की जहां एक बार पुनः उसी भ्रष्ट और घूसखोर बालगोविंद चतुर्वेदी को नगर परिषद चाकघाट सीएमओं का प्रभार दे दिया गया हैं जो हालहीं में चाकघाट सीएमओं के प्रभार में रहने के दौरान मोटी-मोटी रकम लेकर नौकरी देने तथा नगर परिषद चाकघाट के कार्यों में गोलमाल सहित भारी भ्रष्टाचारी के आरोप में चर्चित हैं जिसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से स्थानीय लोगों सहित समाजसेवियों द्वारा की गई थीं।

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चाकघाट सीएमओं का प्रभार पुनः प्राप्त किये बालगोविंद चतुर्वेदी पूर्व में नगर परिषद चाकघाट में कार्य कर चूकें जो अपने गलत कार्यों और घूसखोरी की वजह से काफी चर्चित रहें। इनके कार्यकाल में साफ-सफाई, रोड-नालियां, शुद्ध पेयजल सहित विभिन्न मूलभूत सुविधाओं से लोग वंचित थे व नगर नर्क बन चूंका था।
नगर परिषद चाकघाट के तिजोरी में लाखों रूपये की हेराफेरी सहित बड़े रकम लेकर दर्जनों नियुक्तयां का आरोप कर्मचारियों सहित अन्य लोगों ने लगाएं थे। जिसमें नौकरी देने के बदले एक लाख रूपये घूस मांगने का आॅडियों भी वायरल हुआ था तथा नवागत सीएमओं रूपाली द्विवेदी की पदस्थापना होने के बाद बालगोविंद चतुर्वेदी को चाकघाट के प्रभार से हटा दिया गया व हालहीं में रूपाली द्विवेदी द्वारा कुछ महीनों के लिये छुट्टी लिये जाने से पुनः बालगोविंद चतुर्वेदी को सेमरिया सीएमओं प्रभारी के साथ-साथ चाकघाट सीएमओं का प्रभार भी दे दिया गया जिसको लेकर चाकघाट के स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश हैं व तत्काल हटाए जाने की रीवा कलेक्टर से मांग की हैं।

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स्थानीय लोगों का कहना हैं कि बालगोविंद चतुर्वेदी के कार्यकाल में नगर का हाल बद से बदतर था। प्रभार के दौरान कभी-कभार यहां आते थे। बालगोविंद चतुर्वेदी को प्रभार दिये जाने से पुनः ऐसे लोगों को भ्रष्टाचार का मौका मिलेगा। एक ओर जहां कोरोना काल के दौरान संक्रमण का खतरा बना रहता हैं वहीं सेमरिया से चाकघाट लगभग 85 किलोमीटर आपडाॅउन करना कहीं ना कहीं कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे सकता हैं। नगर परिषद चाकघाट के उपाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद नामदेव सहित पार्षद विजय गुप्ता द्वारा इनके पूर्व कार्यकाल के अव्यवस्थाओं के बारे में बताते हुए जिला कलेक्टर का ध्यान आकर्षित कराते हुए जांच सहित किसी अन्य को नगर परिषद चाकघाट का प्रभार दिये जाने की मांग की हैं। जो अपने दायित्व का ईमानदारी से निर्वाहन कर सकें।

लंबे समय से पदस्थ कर्मचारियों को हटाएं जाने की मांग

चाकघाट नगर परिषद में बाबू सहित कई अन्य ऐसे कर्मचारी हैं जो नगर परिषद चाकघाट में वर्षों से अंगद की तरह पांव जमाएं बैठे हैं जो मनमानी अनियमितता करते हैं और कार्यों में लापरवाही का आरोप लगाता रहता हैं जिसमें सबसे ज्यादा चर्चित बाबू शंकर मांझी हैं जिन्हें भी हटाएं जाने की मांग की गई हैं।

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