अध्यात्म

विजय एकादशी आज, करें व्रत, बड़े से बड़े संकट से मिलेगी मुक्ति

विजय एकादशी आज, करें व्रत, बड़े से बड़े संकट से मिलेगी मुक्ति
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फाल्गुन मास के पक्ष की एकादशी रविवार 27 फरवरी को विजया एकादशी है।

फाल्गुन मास के पक्ष की एकादशी रविवार 27 फरवरी को विजया एकादशी है।कहा गया है कि इस दिन व्रत रखने से बड़े से बड़े संकट से मुक्ति मिल जाती है। उदाहरण के तौर पर विजया एकादशी पर एक कथा प्रचलन में है। इसमें बताया गया है कि भगवान श्रीराम अपनी वानर सेना सहित विजय एकादशी का व्रत किया था। आइए जाने को क्या है वह कथा।

भगवान राम ने रखा था व्रत

कई जगह लेखों में प्राप्त जानकारी के अनुसार भगवान श्री राम माता सीता की खोज में जंगल जंगल भटक रहे थे। सुग्रीव से मित्रता कर जब वह समुद्र के किनारे पहुंचे तो अथाह समुद्र पार कर लंका जाना बहुत कठिन प्रतीत हो रहा था। ऐसी स्थिति में भगवान श्रीराम ने वनों में निवास करने वाले बड़े-बड़े साधु संतों से मुलाकात कर इसका उपाय पूछा।

ऋषियों ने बताया उपाय

ऋषि ने बताया कि बहुत जल्दी ही विजया एकादशी है। ऋषि होने विजया एकादशी का महत्व बताते हुए। भगवान श्रीराम से यह व्रत करने के लिए कहा। जिस पर श्री राम ने अपनी पूरी वानर सेना सहित विजया एकादशी का व्रत किया।

समुद्र ने दिया था मार्ग

मान्यता है कि भगवान श्री राम के इस व्रत के प्रभाव से समुद्र देवता को लंका जाने के लिए रास्ता देना पड़ा। प्रभाव से ही समुद्र देवता प्रकट होकर भगवान श्रीराम को लंका विजय करने के लिए और माता सीता को छुड़वाने कई उपाय बताए थे।

क्या है महात्म

विजया एकादशी के संबंध में कहा गया है कि जो व्यक्ति भगवान विष्णु की पूजा करता है, सच्चे मन से व्रत रखता है उसके सभी कार्य पूर्ण होते हैं। इस व्रत को रखने से व्यक्ति अपने दुश्मनों पर विजय प्राप्त करता है।

इन बातों का रखें ध्यान

विजया एकादशी का व्रत करने वालों के लिए बताया गया है कि अगर वह पूरा दिन व्रत नहीं रखते तो एक बेला व्रत कर दूसरी बेला में सात्विक भोजन ग्रहण करें। साथ ही कहा गया है कि इस दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही किसी पर क्रोध न करें। इस दिन भगवान का मन ही मन स्मरण करना चाहिए।

नोट-ः उक्त समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता है। दी गई जानकारी प्रचलित मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।

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