नई दिल्‍ली। लोकसभा में अविश्‍वास प्रस्‍ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गले लगने के बाद अब कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। दरअसल, राहुल ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को आदिवासी क्षेत्रों में भाजपा और संघ के होमवर्क से सीखने की नसीहत दी है।

वहीं, राहुल ने कांग्रेस में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का मुद्दा उठाते हुए भाजपा से तुलना की है। इस बैठक में राहुल ने कई बार भाजपा की पार्टी नीतियों का जमकर बखान किया। कांग्रेस अध्‍यक्ष ने भाजपा और संघ्‍ा का उदाहरण देकर कार्यकर्ताओं में एक नई ऊर्जा का संचार करना चाहते थे।

उन्‍होंने आदिवासी समुदाय का उदाहरण देते हुए कहा कि यह कांग्रेस का परंपरागत वोटर था, लेकिन भाजपा और संघ ने अपने होमवर्क के जरिए इन वोटरों को अपने पक्ष में कर लिया। उन्‍होंने जोर देकर कहा कि अगर कांग्रेस के लोग आदिवासियों के बीच चले भर जाएं, तो हमें दुबारा इस समुदाय का वोट मिल सकता है। इस क्रम में उन्‍होंने कहा कि हमें परिश्रम करने से कतई गुरेज नहीं करना चाहिए।

यूट्यूब से हटाया गया राहुल गांधी का वीडियो

कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी के भाषण काे यूट्यूब पर अपलोड किया गया, लेकिन कुछ मिनटों में ही इस वीडियो को हटा दिया गया। इस वीडियो को हटाए जाने के पीछे कांग्रेस की मंसा पर सवाल उठाए जो रहे हैं।

इसको राहुल के कांग्रेस कार्य समिति में दिए गए भाषण से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें उन्‍होंने भाजपा और संघ से नसीहत देने की बात कही है। हालांकि, अभी इस पर भाजपा या किसी अन्‍य राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन इसे लेकर सवाल उठने लगे हैं कि आखिर राहुल के भाषण वाला वीडियो क्‍यों हटाया गया।

कांग्रेस में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का मुद्दा

राहुल गांधी ने कांग्रेस में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि किसी प्रदेश में यदि भाजपा की सरकार बनती है, तो वह अपने कार्यकर्ताओं को इनसेंटिव देती है। लेकिन कांग्रेस में इस प्रवृति का अभाव है। राहुल ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अपनी सरकार में ही दर-दर भटकते हैं। उनकी कहीं कोई पूछ नहीं होती। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता उनसे उपेक्षा की शिकायत करते हैं।

भाजपा इतिहास में ले जाना चाहती है और कांग्रेस भविष्य में

कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में कांग्रेस अध्‍यक्ष ने कहा कि हमारे सामने चुनौती सिर्फ सरकार बदलने भर की नहीं है। उन्‍होंने कहा कि भाजपा सरकार में जिस तरह संस्थाओं को नुकसान पहुंचाया गया है, उसे भी दुरुस्त करने की है। राहुल ने कहा कि भाजपा हजारों साल पहले के इतिहास की बात करती है, जबकि कांग्रेस भविष्य की बात करती है।