CWC बैठक : थरूर के बयान से नाराज राहुल गांधी, कहा गलतबयानी पर होगी कार्रवाई
नई दिल्ली। कार्यकारिणी समिति की बैठक के दौरान नेताओं को चेतावनी देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मैं बड़ी लड़ाई लड़ रहा हूं। पार्टी फोरम पर सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन अगर किसी पार्टी के नेता ने गलत बयान दिया या लड़ाई को कमजोर किया तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने से नहीं हिचकूंगा।
संभावना जताई जा रही है कि राहुल गांधी शशि थरूर के हिंदू तालिबान और हिंदू पाकिस्तान वाले बयान से नाराज हैं। बता दें कि केरल से सांसद शशि थरूर हाल ही में हिंदू पाकिस्तान और हिंदू तालिबान वाले बयान लेकर को विवादों में आ गए थे।
पहले थरूर ने मोदी सरकार के 2019 में जीतने पर भारत के हिंदू पाकिस्तान बनने की बात कही तो उसके बाद उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि बीजेपी हिंदुत्व का तालिबानीकरण करना चाहती है। बीजेपी लगातार इन बयानों के लिए थरूर, कांग्रेस और राहुल गांधी को घेर रही है।
राहुल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का किया आह्वान
बैठक में राहुल गांधी ने भाजपा पर गरीबों व दलितों का दमन करने का आरोप लगाया। पार्टी कार्यकर्ताओं से देश के गरीबों के लिए लड़ने का आग्रह किया। राहुल गांधी नई कांग्रेस कार्यकारिणी समिति (सीडब्ल्यूसी) की पहली बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
राहुल ने कांग्रेस को 'भारत की आवाज' बताते हुए कहा कि पार्टी पर भविष्य और वर्तमान की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी के पास अनुभव व ऊर्जा है और यह अतीत, वर्तमान और भविष्य के बीच एक सेतु है।
लोकतंत्र बचाने के लिए महागठबंधन जरूरी : सोनिया गांधी
कार्यकारी समिति की बैठक में यूपीए की चेयरपर्सन और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए महागठबंधन की जरूरत है। सोनिया गांधी ने कहा कि समान विचारधारा वाले दल निजी महत्वाकांक्षाएं छोड़कर साथ आएं।
सोनिया गांधी ने कहा कि हम गठबंधन करने और उसे सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस प्रयास में हम सभी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ हैं। उन्होंने कहा कि हमें खतरनाक शासन से लोगों को बचाना होगा जो भारत के लोकतंत्र को संकट में डाल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बयानबाजी उनकी इस 'हताशा' को दिखाती है कि मोदी सरकार के जाने की 'उलटी गिनती' शुरू हो गई है।
Rahul ji has been authorised to form election campaign committee and take decisions on pre-poll and post-poll alliance: Ashok Gehlot, AICC General Secretary pic.twitter.com/H7qlye4fU5
— ANI (@ANI) July 22, 2018
बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी शामिल हुए। उन्होंने पीएम मोदी की निरंतर आत्म-प्रशंसा और जुमलेबाजी की संस्कृति को खारिज किया। मनमोहन सिंह ने कहा कि यह विकास के लिए जरूरी ठोस नीति के विरुद्ध है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के दावे को पूरा करने के लिए कृषि क्षेत्र में 14 फीसदी संवृद्धि दर की दरकार है, जो कहीं दिखती नहीं है।
कैसे 300 सीटें जीत सकती है पार्टी
पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने 2019 की चुनावी रणनीति के लिए एक प्रस्ताव पेश किया। चिदंबरम ने कहा कि 12 राज्यों में कांग्रेस मजबूत है। अगर पार्टी क्षमताओं में 3 गुना इजाफा करे तो 150 सीटें जीती जा सकती है। इसके अलावा अन्य राज्यों में गठबंधन की मदद से कांग्रेस 150 और सीटें जीत सकती है।
केंद्र में कांग्रेस रहे और राहुल चेहरा बनें
बैठक में 2019 के लिए रणनीतिक गठबंधन बनाने पर चर्चा हुई। कांग्रेस नेता सचिन पायलट, शक्ति सिंह गोहिल, रमेश चेन्नीथला ने बैठक में कहा कि इस गठबंधन के केंद्र में कांग्रेस होनी चाहिए और राहुल गांधी को इसका चेहरा होना चाहिए।
We believe that Congress party is the one which can fight against thinking of BJP. If RSS has ever lost to someone then it's the thinking of Congress. We should keep this in mind&take everyone ahead with those thoughts, which is to save Constitution: Raj Babbar, UP Congress Chief pic.twitter.com/r8DEN11bDn
— ANI (@ANI) July 22, 2018