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कांग्रेस की तिकड़ी में सेंध / ज्योतिरादित्य के बाद जितिन प्रसाद भी हुए भाजपाई, तीसरे सचिन पायलट राजस्थान में मचा रहें सियासी धमाल

Aaryan Dwivedi
9 Jun 2021 9:04 PM GMT
कांग्रेस की तिकड़ी में सेंध / ज्योतिरादित्य के बाद जितिन प्रसाद भी हुए भाजपाई, तीसरे सचिन पायलट राजस्थान में मचा रहें सियासी धमाल
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कांग्रेस की तिकड़ी पूरी तरह से टूटती नजर आ रही है. कभी ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद और सचिन पायलट देश भर में कांग्रेस की तिकड़ी के नाम पर मशहूर थें. अब इस तिकड़ी पर सेंध लग चुकी है. 2020 में ज्योतिरादित्य के भाजपाई हो जाने के बाद अब उत्तरप्रदेश के कांग्रेसी दिग्गज जितिन प्रसाद भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं. वहीं तिकड़ी की तीसरी कड़ी सचिन पायलट राजस्थान में अपनी ही सरकार में सियासी धमाल मचा रहें हैं. 

कांग्रेस की तिकड़ी पूरी तरह से टूटती नजर आ रही है. कभी ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद और सचिन पायलट देश भर में कांग्रेस की तिकड़ी के नाम पर मशहूर थें. अब इस तिकड़ी पर सेंध लग चुकी है. 2020 में ज्योतिरादित्य के भाजपाई हो जाने के बाद अब उत्तरप्रदेश के कांग्रेसी दिग्गज जितिन प्रसाद भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं. वहीं तिकड़ी की तीसरी कड़ी सचिन पायलट राजस्थान में अपनी ही सरकार में सियासी धमाल मचा रहें हैं.

कांग्रेस की तिकड़ी

देश भर में कांग्रेस के तिकड़ी की चर्चा होती रहती थी. यह उस वक़्त की बात है जब कांग्रेस (Congress) की कमान राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) के हाँथ में होती थी. इस तिकड़ी में ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद और सचिन पायलट शामिल थें. यह तिकड़ी सियासी तिकड़मबाजी में माहिर मानी जाती थी. फिलहाल ये कड़ी टूट चुकी है, साथ ही कांग्रेस का युवा नेतृत्व भी टूटता और बिखरता हुआ नजर आ रहा है.

उपेक्षा का शिकार

मार्च 2020 में कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) भाजपा में शामिल हो गए. राहुल की हाँथ से पार्टी की कमान जाने के बाद तिकड़ी का कद भी कम होता गया. उनकी पार्टी के अंदर अनदेखी होने लगी, इसका परिणाम यह रहा कि न सिर्फ ज्योतिरादित्य ने कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया, बल्कि मध्यप्रदेश में सत्तासीन कांग्रेस को भी सत्ता से विपक्ष में भेज दिया. उन्होंने अपने 22 समर्थित विधायकों को भी पार्टी से इस्तीफ़ा दिला दिया था.

मार्च 2020 में कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए

ऐसा ही कुछ यूपीए सरकार के राज में केंद्रीय मंत्री रहें जितिन प्रसाद (Jitin Prasada) के साथ भी हुआ है. उन्हें भी पार्टी में अनदेखी का अहसास हो रहा था. हांलाकि जितिन प्रसाद को कई जिम्मेदारियां मिलती आई हैं, जिसमें वे खुद ही फेल होते गए हैं. हाल ही में उन्हें बंगाल विधानसभा चुनाव का जिम्मा मिला था. परिणाम ऐसा आया कि 44 विधानसभा सीटों वालों कांग्रेस 2021 में 0 सीट ही ला पाई. बुधवार को वो भाजपाई हो गए.

ऐसा ही कुछ जितिन प्रसाद के साथ भी हुआ है. उन्हें भी पार्टी में अनदेखी का अहसास हो रहा था.

पायलट मचा रहें सियासी धमाल

तिकड़ी की तीसरी कड़ी सचिन पायलट (Sachin Pilot) हैं. राजस्थान में उनकी सरकार है. लेकिन वे भी उपेक्षा का शिकार होने के चलते अपने बागी तेवर दिखाते रहते हैं. पिछले साल भी उन्होंने खूब सियासी धमाल मचाया था.

एक बार फिर राजस्थान की राजनीति में सचिन पायलट के बयान के बाद एक बार फिर सरगर्मी बढ़ गई है. कांग्रेस नेता सचिन पायलट द्वारा उठाये गए मुद्दों पर आलाकमान की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने के बाद उन्होंने बयान दिया है.

पायलट मचा रहें सियासी धमाल

राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने उनके द्वारा उठाये गये मुद्दो पर 10 महीने पूर्व गठित केन्द्रीय समिति द्वारा कोई कार्यवाही नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की है. राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार में राजनीतिक नियुक्ति और मंत्रिमंडल फेरबदल का इंतजार पायलट खेमे के लोग कर रहे है.

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