देश में लगातार पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। केंद्र की मोदी सरकार कीमत पर काबू नहीं कर पा रही है, जिसका विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने विरोध जताया है। लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दाम के विरोध में कांग्रेस ने 10 सितंबर को भारत बंद बुलाया है। कांग्रेस का भारत बंद सुबह 9 बजे से दिन में 3 बजे तक रहेगा, जिससे जनता को कोई परेशानी न हो।
पार्टी संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा, महंगाई मार रही है और पेट्रोल-डीज़ल कमर तोड़ रहे हैं। इससे जनता परेशानी में है। हिंसा का माहौल भी है। उन्होंने अपने दल के नेताओं के साथ बैठक की और विपक्षी पार्टियों से भी चर्चा की। बैठक के बाद फैसला लिया गया कि वे 10 सितंबर को भारत बंद करेंगे।
वहीं कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीपसिंह सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने तेल से 11 लाख करोड़ की कमाई की, लेकिन यह कमाई किसके पास गई, इसका जवाब मोदी सरकार के पास नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत बंद का आह्वान इसलिए किया जा रहा है ताकि सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने और पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए दबाव बना सके।
पेट्रोल 100 रुपए लीटर
पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमला कर रही है। विपक्षी दल पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के अंतर्गत लाने की मांग भी कर रहे हैं। आंधप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने अपने एक बयान में कहा कि जल्द ही देश की जनता 100 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल खरीदेगी।
एससी-एसटी पर सवर्णों का भारत बंद
गौरतलब है कि एससी-एसटी एक्ट में केंद्र सरकार की ओर से किए गए संशोधन के विरोध में सवर्णों ने 6 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया था। इस भारत बंद का व्यापक असर भी देखने को मिला। कहीं जगह हाईवे पर चक्काजाम कर आवागमन को रोका गया तो कहीं रेलवे पटरी पर खड़े होकर ट्रेनों को रोका गया। भारत बंद को देखते हुए मध्यप्रदेश के 11 जिलों में धारा 144 लगाई गई| विभिन्न जिलों में स्कूल और पेट्रोल पंप भी बंद रहे। अशोक नगर, गुना, ब्यावरा-राजगढ़, भिंड और सतना में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया।