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ग्राहक और पार्टी का स्टेट्स देखकर तय होते थे ड्रग्स के दाम, लड़कियों को दी जाती थी छूट...

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:35 AM GMT
ग्राहक और पार्टी का स्टेट्स देखकर तय होते थे ड्रग्स के दाम, लड़कियों को दी जाती थी छूट...
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ग्राहक और पार्टी का स्टेट्स देखकर तय होते थे ड्रग्स के दाम, लड़कियों को दी जाती थी छूट...राजधानी। ड्रग्स की एक पुड़िया करीब 10 हजार रुपये में बेची जाती थी।

ग्राहक और पार्टी का स्टेट्स देखकर तय होते थे ड्रग्स के दाम, लड़कियों को दी जाती थी छूट

राजधानी। ड्रग्स की एक पुड़िया करीब 10 हजार रुपये में बेची जाती थी। मगर, निकिता से पूछताछ में सामने आया है कि वह ग्राहक और आयोजित पार्टी का स्टेट्स देखकर ड्रग्स के दाम तय किए जाते थे। पार्टी में लड़कियों को छूट दी जाती थी।

यह जानकारी राजधानी में ड्रग्स की जांच के दौरान उस सामने आए जब पुलिस ने इंजीनियर निकिता पंचाल से पूछताछ की। पुलिस सूत्रों की मानें, तो लड़कों को यदि दस हजार में कोकीन की सप्लाई की जाती थी, तो लड़कियों को आधे दाम पर कोकीन मिलता था। नए ग्राहकों को भी कम कीमत में ड्रग्स दी जाती थी।

मोबाईल आ रहा जांच में काम

पुलिस की गिरफ्त में आई इंजीनियर निकिता पंचाल के मोबाइल से पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। निकिता ने करीब चार से पांच बार मुंबई और गोवा जाकर ड्रग्स खरीदी थी। उसके मोबाइल से 12 से अधिक युवतियों के नाम मिले हैं, जो निकिता से साथ ड्रग्स पार्टी में शामिल होती थीं। ड्रग्स तस्करी के भंडाफोड के बाद इनमें से कुछ युवतियां छत्तीसगढ़ से भाग गई हैं। पुलिस इनकी जानकारी जुटा रही है।

ग्राहक और पार्टी का स्टेट्स देखकर तय होते थे ड्रग्स के दाम, लड़कियों को दी जाती थी छूट...

युगल जोड़ी बढ़ा रही थी ड्रग्स कारोबार

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने बताया कि आशीष जोशी और निकिता पंचाल की मुलाकात एक पब में हुई थी। उसके बाद दोनों बीच दोस्ती हो गई और दोनों एक साथ रहने लगे। आशीष जोशी के साथ मिलकर निकिता छोटी-मोटी पार्टी आयोजित करती थी। पार्टी में निकिता सिर्फ ड्रग्स लेने वालों ग्राहकों की संख्या को बढ़ाने का काम करती थी।

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निकिता नए ग्राहकों से सीधे डीलिंग करती थी।निकिता के मोबाइल चैट से हुए खुलासे से जानकारी मिली है कि वह राजधानी में पिछले डेढ़ साल से यह काम करती थी। निकिता नेटवर्किंग कंपनी की तरह ग्राहकों की चेन बनाने का काम करती थी। आशीष की गिरफ्तारी के बाद भी निकिता इतनी वेफिक्र थी कि उसने अपने मोबाइल से कोई डाटा डिलीट नहीं किया, जिससे पुलिस को काफी मदद मिल रही है।

इस तरह से ड्रग्स की होती थी खरीदी

निकिता से पूछताछ में पता चला है कि वह चार-पांच बार ड्रग्स खरीदने के लिए मुंबई और गोवा जा चुकी है। गोवा से निकिता सीधे मुंबई जाती थी। वह ड्रग्स खरीदने के लिए फ्लाइट से जाती थी और सड़क मार्ग से वापस आती थी, जिससे किसी को शक नहीं होता था। गोवा से आकर रायपुर, बिलासपुर और भिलाई में ड्रग्स तस्करी करती थी।

बढ़ रहे थे कस्टमर

पुलिस का कहना है कि निकिता ड्रग्स का कारोबार बढ़ाना चाहती थी। वह लगातार नए ग्राहकों की तलाश में रहती थी। हालांकि, नए ग्राहकों को ड्रग्स देने का काम चेन सिस्टम से ही किया जाता था। आशीष के साथ राजधानी के आउटर में निकिता पार्टी आयोजित करती थी, जिसमें गिने-चुने लोग ही आते थे। नशेबाज अपने दोस्तों को लेकर आते और इस तरह धीरे-धीरे पार्टी में शामिल होने वालों की संख्या बढ़ने लगी थी। हर बार पार्टी की जगह बदल दी जाती थी।

Aaryan Dwivedi

Aaryan Dwivedi

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