राष्ट्रीय

राहुल से माफ़ी मांगते हुए कांग्रेस नेत्री ने शिक्षा नीति का समर्थन किया, कहा-मैं कठपुतली नहीं...

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:26 AM GMT
राहुल से माफ़ी मांगते हुए कांग्रेस नेत्री ने शिक्षा नीति का समर्थन किया, कहा-मैं कठपुतली नहीं...
x
शिक्षा नीति का विरोध भी कर रहें हैं. एक कांग्रेस नेत्री ने राहुल गाँधी से माफ़ी मांगते केंद्र सरकार की शिक्षा नीति का समर्थन किया है.

केंद्र की मोदी सरकार ने नई शिक्षा नीति का ऐलान किया है. इस पर कई लोग इसके पक्ष में हैं तो कई लोग शिक्षा नीति का विरोध भी कर रहें हैं. एक कांग्रेस नेत्री ने राहुल गाँधी से माफ़ी मांगते केंद्र सरकार की शिक्षा नीति का समर्थन किया है.

फिल्म अभिनेत्री और कांग्रेस नेत्री खुशबू सुंदर ने Tweet कर कहा, 'नई शिक्षा नीति 2020 पर मेरा स्टैंड मेरी पार्टी से अलग है और मैं इसके लिए राहुल गांधी से माफी मांगती हूं. लेकिन मैं कठपुतली या रोबोट की तरह सिर हिलाने के बजाए तथ्यों पर बात करती हूं. अपने नेता से हम हर चीज पर सहमत नहीं हो सकते, लेकिन बतौर नागरिक बहादुरी से अपनी राय या विचार रख सकते हैं.'

उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में 100 से ज्यादा हत्या करने वाला डॉक्टर पकड़ाया, और कितनी हत्या की याद नहीं….

अपने अगले Tweet में कहा कि राजनीति महज शोर मचाने के लिए नहीं है, इसके बारे में मिलकर साथ काम करना है. और भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री कार्यालय को इसे समझना होगा. बतौर विपक्ष, हम इस पर विस्तार से देखेंगे और खामियों को इंगित करेंगे. भारत सरकार को नई शिक्षा नीति से जुड़ी खामियों को लेकर हर किसी को विश्वास में लेना चाहिए.

समस्याओं का समाधान

नई शिक्षा नीति के बारे में अपने एक अन्य ट्वीट में खुशबू सुंदर ने कहा, 'मैं सकारात्मक पहलुओं को देखना पसंद करती हूं और नकारात्मक चीजों पर काम करती हूं. हमें समस्याओं के समाधान की पेशकश करनी है न कि केवल आवाजें बुलंद करना. विपक्ष का मतलब देश के भविष्य के लिए काम करना भी है.

खुशबु सुंदर ने यह भी कहा कि संघ से जुड़े लोग रिलेक्स हो सकते हैं, लेकिन उन्हें आनन्दित नहीं होना चाहिए. मैं बीजेपी में नहीं जा रही हूं. मेरी राय मेरी पार्टी से अलग हो सकती है, लेकिन मैं खुद की सोच के साथ एक व्यक्ति हूं. हां, नई शिक्षी नीति में कुछ जगहों पर खामियां है, लेकिन मुझे अभी भी लगता है कि हम सकारात्मकता के साथ बदलाव को देख सकते हैं.

भाजपा पर बरसे गहलोत, कहा-मायावती भाजपा के इशारे पर बयानबाजी कर रही हैं

शिक्षा नीति में बदलाव

नरेंद्र मोदी सरकार ने कल बुधवार को 34 साल बाद नई शिक्षा नीति पर मुहर लगा दी. करीब दो लाख सुझाव के बाद नई शिक्षा नीति तैयार की गई है. अब 10+2 को अलग-अलग फॉर्मेट में 5+3+3+4 के फॉर्मेट में बदल दिया गया है.

अब स्कूल के पहले 5 साल में प्री-प्राइमरी स्कूल के 3 साल और क्लास 1 और 2 सहित फाउंडेशन स्टेज शामिल होंगे. फिर अगले 3 साल को क्लास 3 से 5 की तैयारी के चरण में विभाजित किया जाएगा. इसके अलावा शिक्षा प्रणाली को लेकर कई तरह से परिवर्तन किए गए हैं. सभी इंस्टीट्यूट के लिए एक एंट्रेंस एग्जाम होगा. क्षेत्रीय भाषाओं में भी ऑनलाइन कोर्स होंगे.

ख़बरों की अपडेट्स पाने के लिए हमसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी जुड़ें:

Facebook, Twitter, WhatsApp, Telegram, Google News, Instagram

Aaryan Dwivedi

Aaryan Dwivedi

    Next Story