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रेलवे ने बदला नियम: अब TRAIN में TT की जगह ये करेंगे टिकट चेकिंग, पढ़िए नहीं हो जाएंगी देर

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:23 AM GMT
रेलवे ने बदला नियम: अब TRAIN में TT की जगह ये करेंगे टिकट चेकिंग, पढ़िए नहीं हो जाएंगी देर
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रेलवे ने बदला नियम: अब TRAIN में TT की जगह ये करेंगे टिकट चेकिंग, पढ़िए नहीं हो जाएंगी देरनई दिल्ली: भारतीय रेलवे अपने आपको आधुनिक

रेलवे ने बदला नियम: अब TRAIN में TT की जगह ये करेंगे टिकट चेकिंग, पढ़िए नहीं हो जाएंगी देर

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे अपने आपको आधुनिक और मॉर्डन बनाने की तैयारियां कर रहा है. इसमें कई बड़े बदलाव होने वाले हैं. ऐसे में अगर TRAIN के भीतर TT की बजाए कोई रेलवे पुलिस का जवान आपका टिकट चेक करे तो हैरान होने की जरूरत नहीं. जल्द भारतीय रेलवे ऐसे कई बड़े बदलाव कर सकता है.

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क्या है प्लानिंग मामले से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि रेलवे अपने कर्मचारियों को मल्टी- टास्किंग बनाने की योजना बना रही है. कई सुझाव आए हैं जिनमें कहा गया है कि ट्रेन के भीतर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) कर्मी या ट्रेन पर चलने वाले टैक्नीशियन टिकट चेकिंग का काम भी करेंगे. इसी तरह विभिन्न जोनों से ये भी सुझाव मिले हैं कि स्टेशन मास्टर अपने मौजूदा काम के अलावा सिग्नल मेंटेनर का काम भी संभाल लें.
रिजर्वेशन टिकट भी अब मोबाइल पर पिछले साल केंद्रीय कैबिनेट से पुनर्गठन की मंजूरी मिलने के बाद रेलवे पहले ही अपनी आठ सेवाओं को एक केंद्रीय सेवा 'भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा' में एकीकृत करने के तौर-तरीकों पर काम कर रहा है. एक प्रस्ताव ये भी है कि रेलवे में भी एयरपोर्ट जैसा सिस्टम लागू किया जाए. इसके तहत रेलवे रिजर्वेशन को पेपरलेस करने का भी प्रस्ताव है. यात्रियों को टिकट मोबाइल या ईमेल पर भेजा जाएगा. यात्री अपने टिकट को खुद घर से प्रिंट करके भी ला सकेंगे. मतलब रेलवे कागज का रिजर्वेशन टिकट नहीं देगा. प्रस्तावों में अकाउंट्स, कॉमर्शियल, इलेक्टि्रकल, मैकेनिकल, इंजीनियरिंग, मेडिकल, पर्सनेल, ऑपरेटिंग, स्टोर, सिग्नल और टेलीकम्युनिकेशन विभागों के प्रमुख पदों और अन्य पदों का विलय शामिल है.

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उल्लेखनीय है कि ये प्रस्ताव रेलवे की अपने कर्मचारियों के अधिकतम उपयोग की कवायद का हिस्सा हैं. इसके लिए प्रत्येक श्रेणी के कर्मचारी को नई भूमिका संभालने से पहले बहु-कौशल का समुचित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा. कई जोनों ने सुझाव दिया है कि कुछ ऐसे कामों को आउटसोर्स किया जाना चाहिए जो रेलवे का मूल काम नहीं है. मसलन सफाई कर्मचारी और स्टेशनों की इमारतों का रखरखाव. [signoff]
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