राष्ट्रीय

India में Italy जैसा फैल रहा है CORNA, कैसे रोकेगा India तबाही

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:19 AM GMT
India में Italy जैसा फैल रहा है CORNA, कैसे रोकेगा India तबाही
x
India में Italy जैसा फैल रहा है CORNA, कैसे रोकेगा India तबाही INDIA में CORNA VIRUS से अब तक 5734 लोग बीमार हो चुके हैं. जबकि

India में Italy जैसा फैल रहा है CORNA, कैसे रोकेगा India तबाही

INDIA में CORNA VIRUS से अब तक 5734 लोग बीमार हो चुके हैं. जबकि, 166 लोगों की मौत हो चुकी है. लेकिन क्या आपको पता है कि INDIA में CORNA VIRUS के मामले और मौतों की संख्या वैसे ही बढ़ रही है, जैसे इटली में थी. अंतर सिर्फ समय का. इटली में पिछले महीने यानी मार्च में जैसे-जैसे कोरोना के मामले और मौतों की संख्या बढ़ी, उसी तरह INDIA में मामले बढ़ रहे हैं. बस महीना अप्रैल का है.

CORONAVIRUS : MP में 50 डरपोक डॉक्टरों ने एक साथ दिया इस्तीफा

वेबसाइट वर्ल्डमीटर के अनुसार

दुनियाभर में CORNA VIRUS के आंकड़ों की जांच करने वाली वेबसाइट वर्ल्डमीटर के अनुसार INDIA में 1 अप्रैल तक 1998 केस आए थे. मौतें हुई थी 58. जबकि, 1 मार्च से इटली का ग्राफ देखें तो पता चलता है कि वहां 1577 मामले सामने आए थे. मौतें हुई थीं

सात अप्रैल तक INDIA में कोरोना के कुल 5916 मामले सामने आए थे. जबकि मौतें हुई थीं 160. ठीक इसी तरह सात मार्च को इटली में कोरोना के कुल 5883 मामले सामने आए थे. इसी तारीख तक इटली में कुल 233 मौतें हुई थीं.

INDORE में CORONAVIRUS ने मचाई तबाही, रात के अंधेरे में कब्रिस्तान पहुंच रहे शव

इटली और INDIA में हर दिन सामने आने वाले मामलों में ज्यादा अंतर नहीं है. इटली में 1 मार्च को 573 मामले सामने आए थे. INDIA में 1 अप्रैल को 601 मामले सामने आए थे.

INDIA में 1 अप्रैल को 58 लोगों की मौत CORNA VIRUS की वजह से हुई थी. जबकि, इटली में 1 मार्च को 41 लोगों की मौत हुई थी. दोनों देशों के आंकड़ों में समानताएं ज्यादा हैं. संख्या थोड़ी अलग जरूरी है. लेकिन बीमारी की तीव्रता लगभग बराबर है.

हम आपको रिकवरी की स्थिति भी बताते हैं. इटली में 1 मार्च को CORNA VIRUS से 33 लोग रिकवर हुए थे. जबकि, INDIA में 1 अप्रैल को 25 लोगों की. इटली में 7 मार्च को रिकवरी की संख्या 66 थी और INDIA में 7 अप्रैल को 93 लोगों ने बीमारी से रिकवर किया.

इंदौर, भोपाल और उज्जैन को छोड़कर ये 15 जिलों में 46 Corona Hot Spot घोषित

सवाल ये उठता है कि INDIA में ये केस कम क्यों हैं. इसके पीछे एक्सपर्ट तीन कारण बताते हैं. पहला यहां पर कोरोना की जांच कम हो रही है. दूसरा, लॉकडाउन जल्द लागू करना. तीसरा बताया जा रहा है INDIAीय लोगों को लगाए गए बीसीजी के टीके.

देश की आबादी करीब 130 करोड़ है. लेकिन जिस तरह से जांच की जा रही है. वह पर्याप्त नहीं है. INDIA में 6 अप्रैल तक 85 हजार टेस्ट ही हुए थे. यानी INDIA में अभी एक लाख की आबादी पर 6.5 टेस्ट ही हो रहे हैं. जांच कम होने से कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या का सही अंदाजा नहीं लग पा रहा है.

WHO का कहना है कि INDIA ने सही समय पर लॉकडाउन लागू कर दिया. इसलिए INDIA अभी तक CORNA VIRUS के दूसरे और तीसरे स्टेज के बीच में है. INDIA में CORNA VIRUS की रफ्तार चीन, अमेरिका या यूरोपीय देशों की तुलना में कम है

एक महीने से दूसरे स्टेज पर ही

INDIA में कोरोनावायरस एक महीने से दूसरे स्टेज पर ही है. अभी यह तीसरे स्टेज तक नहीं पहुंचा है. जिसे कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज कहते हैं. जबकि अमेरिका में 10 दिन में ही कोरोनावायरस के केस 1000 से 20 हजार तक पहुंच गए थे.

बीसीजी का टीका बचा रहा है INDIAीय लोगों को. ये माना गया है कि INDIA समेत दुनिया के जिन देशों में लंबे समय से बीसीजी का टीका लगाया जा रहा है. वहां CORNA VIRUS का खतरा कम है. इस बात को तो इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) भी मानता है.

INDIA में 72 साल से बीसीजी का टीका लोगों को लगाया जा रहा है. अमेरिका और इटली जैसे देशों में बीसीजी का टीका लगाने की पॉलिसी नहीं है. इसलिए वहां कोरोना के मामले भी ज्यादा आ रहे हैं. मौतें भी ज्यादा हो रही हैं.

बीसीजी का पूरा नाम है, बेसिलस कामेट गुएरिन. यह टीबी और सांस से जुड़ी बीमारियों को रोकने वाला टीका है. बीसीजी को जन्म के बाद से छह महीने के बीच लगाया जाता है.

मेडिकल साइंस की नजर में बीसीजी का वैक्सीन बैक्टीरिया से मुकाबले के लिए रोग प्रतिरोधक शक्ति देता है. इससे शरीर को इम्यूनिटी मिलती है, जिससे वह जीवाणुओं का हमला झेल पाता है. हालांकि, कोरोना एक वायरस है, न कि बैक्टीरिया

Aaryan Dwivedi

Aaryan Dwivedi

    Next Story