शुजात बुखारी के जनाजे में उमड़े लोग, पुलिस ने चौथे संदिग्ध को पकड़ा, पिस्तौल बरामद
श्रीनगर। गुरुवार को इफ्तार के लिए जा रहे राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की आतंकियों द्वारा हत्या किए जाने की पूरे देश में निंदा हो रही है। इस बीच आज निकले उनके जनाजे में भीड़ उमड़ पड़ी। इस भीड़ को आतंकियों के लिए करारा जवाब माना जा रहा है। वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जांच के दौरान तीन संदिग्धों की तस्वीरें जारी की हैं। आशंका है कि इन्हीं ने बुखारी पर हमला किया था।
इस तस्वीर में एक बाइक पर तीन लोग सवार नजर आ रहे हैं। उन्होंने अपना चेहरा ढका हुआ है। पुलिस का कहना है कि अगर कोई दोषियों को पहचान लेता है तो उसकी जानकारी गुप्त रखी जाएगी।
जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी एसपी पानी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस हत्या को आतंकवादियों ने अंजाम दिया था। इसमें शामिल चौथे संदिग्ध को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से शुजात बुखारी के पीएसओ का पिस्तौल भी बरामद हुआ है।
आईजी ने बताया कि इसमें से पहली तस्वीर जिसमें तीन संदिग्ध दिख रहे हैं ये लोगों की जानकारी में नहीं हैं लेकिन दूसरी तस्वीर में दिख रहा एक हमलावर जो बाद में पीएसओ की पिस्तौल लेते दिखाई दे रहा है इसे लोग जानते हैं।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद ने कहा,'हमला इफ्तार के वक्त हुआ। बुखारी अपने प्रेस एन्क्लेव स्थित दफ्तर से बाहर निकले थे और कार में सवार होने जा रहे थे। इसी दौरान बाइक पर आए 3 आतंकियों ने उन पर और सुरक्षाकर्मियों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं।'
बुखारी की गुरुवार शाम आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। लाल चौक के पास शाम 7.15 बजे हुए हमले में उनके 2 सुरक्षाकर्मियों की भी जान चली गई। इस घटना में एक नागरिक भी घायल है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह, जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना पर शोक जाहिर किया है। राजनाथ ने कहा- बुखारी निडर पत्रकार थे, उनकी हत्या करना एक कायरता है।
ऑफिस से निकल कार में सवार होते ही 53 वर्षीय बुखारी की हत्या कर दी गयी। बुखारी कई सालों तक राष्ट्रीय दैनिक अखबार ‘द हिंदू’ के लिए स्टेट कॉरेसपॉंडेंट रहे।