रीवा

REWA: CORONA के लक्षण वाले मृत आरक्षक इंद्रदेव एवं डेढ़ वर्षीय मासूम की जांच रिपोर्ट आई

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:21 AM GMT
REWA: CORONA के लक्षण वाले मृत आरक्षक इंद्रदेव एवं डेढ़ वर्षीय मासूम की जांच रिपोर्ट आई
x
REWA: CORONA के लक्षण वाले मृत आरक्षक इंद्रदेव एवं डेढ़ वर्षीय मासूम की जांच रिपोर्ट आईREWA: 35वीं बटालियन में पदस्थ मृत आरक्षक मृतक इंद्रदेव सिंह व

REWA: CORONA के लक्षण वाले मृत आरक्षक इंद्रदेव एवं डेढ़ वर्षीय मासूम की जांच रिपोर्ट आई

REWA: 35वीं बटालियन में पदस्थ मृत आरक्षक मृतक इंद्रदेव सिंह व अस्पताल में भर्ती डेढ़ वर्षीय मासूम की CORONA की जाँच रिपोर्ट देर रात्रि निगेटिव आई है। इस बात की खबर लगते ही अस्पताल प्रबंधन ने राहत की साँस ली है। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद आरक्षक मृतक इंद्रदेव सिंह का शव परिजनों को सौप दिया गया है।

रीवा: मुंशी से शहर तक छोड़ने के लिए कहा, बात नहीं बनी तो आरक्षक ने वाहनों को रुकवाकर जाम लगवा दिया

उल्लेखनीय है कि 35वीं बटालियन में पदस्थ आरक्षक की हालत गंभीर होने पर उन्हें 6 मई को संजय गांधी अस्पताल के कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों द्वारा उपचार प्रारंभ कर दिया गया था साथ ही उनके सेंपल की जांच के लिए भेज दिये गए थे। लेकिन उपचार के दौरान ही उनकी 6 मई की देर रात्रि मौत हो गई। इधर जांच रिपोर्ट न आने के चलते सस्पेक्टेड केस मानकर अस्पताल प्रबंधन परिजनों को शव देने से मना कर दिया। जबकी परिजन इस बात को लेकर आपत्ति जताने लगे।

हज़ारों श्रमिकों को लेकर Pune से Rewa के लिए रवाना हुई Shramik Special Train

उनका कहना था कि जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक वह शव छोंड़कर नहीं जायेगे। वहीं जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर शव परिजनों द्वारा ले जाने की बात कहने लगे। यहां तक कि जाँच रिपोर्ट के इंतजार में परिजन गुरूवार की देर रात्रि तक अस्पताल में ही मौजूद रहे। लिहाजा जांच रिपोर्ट जैसे ही निगेटिव आई अस्पताल प्रबंधन ने शव परिजनों को सौंप दिया है।

ज्ञात हो कि मृतक इंद्रदेव सिंह निवासी महगना थाना मनगवां 35वीं बटालियन में पदस्थ थे। बताते हैं कि इनके द्वारा ज्यादा मात्रा में अल्कोहल लिया जाता रहा है जिससे उनके लीवर में खराबी आ गई थी, साथ ही उनकी किडनी में भी इन्फेक्शन में था। इनका इलाज इलाहाबाद में भी चल रहा था। वहां डायलिसिस होती रही है। अचानक तबियत बिगडऩे पर उन्हें संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उपचार के दौरान मौत हो गई।

डॉक्टरों ने बताया कि उनका लीवर काम करना बंद कर दिया था तथा लीवर का टॉिसन ब्रेन तक पहुच गया था जिसके चलते उनकी मौत हो गई। दिव्यांशी ही हालत गंभीर अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में भर्ती सूरत से आई डेढ़ वर्षीय दिव्यांसी की हालत नाजुक बनी हुई है। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया है।

BIG NEWS: MP के 27 जिलों में संविदा कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त, मचा हड़कंप

डॉक्टरों द्वारा उसका इलाज जारी है। वहीं उसकी जांच रिपोर्ट भी स्वास्थ्य महकमे को राहत देने वाली आई है। बताया गया है कि वह कोरोना संक्रमित नहीं है। मासूम दिव्यांसी की जांच रिपोर्ट जानने को अस्पताल के सभी डॉटर एवं अन्य मेडिकल स्टाफ दिन भर उत्सुक रहे। कारण यह कि उसे भर्ती के दौरान बच्चा वार्ड में सीनियर एवं कई जूनियर डॉटरों ने भी इलाज में सहयोग किया था। दरअसल वहां ड्यूटीरत डॉटर एंव अन्य कर्मचारी एहतियात के तौर पर पीपीई किट नहंी पहने थे। ऐसे में चिंतित होना लाजिमी है। हालाकि गुरूवार देर रात्रि आई निगेटिव जांच रिपोर्ट ने अस्पताल प्रबंधन को बड़ी राहत पहुंचाई है। साथ ही इसके अलावा अन्य जाँच ें भी निगेटिव बताई गई हैं।

[signoff]
Aaryan Dwivedi

Aaryan Dwivedi

    Next Story