रीवा

आपको Coronavirus से बचाने मैदान में कूदी REWA की ये 42 टीमें, सुरक्षा कवच बन आपकी बचाएंगे जान

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:17 AM GMT
आपको Coronavirus से बचाने मैदान में कूदी REWA की ये 42 टीमें, सुरक्षा कवच बन आपकी बचाएंगे जान
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रीवा. संक्रमण के बीच जिंदगी को खतरे में डालकर जनता की सेहत सुरक्षित करने कोरोना जैसे संक्रमण से चिकित्सक जंग लडऩे को तैयार है

रीवा. संक्रमण के बीच जिंदगी को खतरे में डालकर जनता की सेहत सुरक्षित करने कोरोना जैसे संक्रमण से चिकित्सक जंग लडऩे को तैयार है। इतना ही नहीं कई बार संदिग्धकों की जांच के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारियों को बदसलूकी और जलालत भी झेलनी पड़ रही। फिर भी ड्यूटी के साथ ही देश को सुरक्षित करने फील्ड में डटे हुए हैं। अपनी सुरक्षा को दरकिनार कर ड्यूटी पर डटे हैं।

कम संशाधन में भी संक्रमण से लडऩे को तैयार संजय गांधी अस्पताल के आकस्मिक वार्ड में हर रोज 100 से अधिक मरीज पहुंच रहे। गुरुवार को इमर्जेंसी के 202 पहुंचे। जिसमें 9 पुराने हैं। यहां पर सीएमओ डॉ. अतुल सिंह सहित महिला चिकित्सक व पैरामेडिकल वर्कर अटेंड कर रहे थे। जांच के लिए एन-95 मास्क तक नहीं। थ्री लेयर मास्क से ही महामारी जैसे इन्फेशन से लड़ रहे। इलाज के दौरान कई बार तीमारदारों की बदसलूकी भी झेलनी पड़ती है। आए दिन आकस्मिक वार्ड में पैरामेडिकल वकर्स को जलालत भी झेलनी पड़ती है।

ग्रामीण क्षेत्र में घूम रही स्वास्थ्य टीम ग्रामीण क्षेत्र में त्योंथर सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की दो सेवाएं दे रहीं हैं। गुरुवार को चाकघाट के वार्ड ३ व १० में बाहर से आने की सूचना मिली। मेडिकल आफिसर डॉ केबी पटेल व सुपरवाजर बुद्धसेन मिश्र मय स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ पहुंचे। मास्ट लगाए आधा दर्जन लोगों की जांच की। सर्दी, जुकाम नार्मल पाया।

विसाखापटनम से आया फोन...मझिगवा में संक्रमित है विसाखापटनम से फोन आया कि मझिगवां के खेमहा गांव में सुशीला यादव संदिग्ध है। लोकेशन के बाद जैसे ही वह चिकित्सकों की टीम पहुंची। सुशीला का घर बताने को कोई तैयार नहीं हुआ। बाद में कुल लोग एकत्रित हुए, तो टीम के सामने ही ऊल जुलूस बोलने लगी। टीम ने सुशीला की जांच की, लक्षण नार्मल मिले। इस बीच नशे की धुत में कई अन्य लोग जांच कराने पर अड़े गए। जैसे-जैसे टीम वहां से निकली। उधर, डॉ केबी पटेल कहते हैं कि इन्फेशन के खतरे के बीच ड्यूटी चल रही है। देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान चली जाए परवाह नहीं है। हर सख्त से देश के इस चिकित्सकीय महामारी से बचने के लिए घर में ही सुरक्षित रहे।

जिले में 42 टीमें काम कर रहीं ये कहनी अकेले इन चिकित्सकों की नहीं बल्कि जिले में 42 टीमें काम कर रहे हैं। सीएमएचओ डॉ आरएस पांडेय ने बताया कि 27 लाख की आबादी पर 27 टीमें लगाई है। इसके अलावा भीड़ वाले जगहों को मिलाकर कुल 42 टीमें काम कर रहीं हैं। बाहर से आने वाले अब तक 3200 से अधिक लोगों की जांच कर चुके हैं।

आयुर्वेद में दंपति डॉक्टर संभाल रहे मोर्चा आयुर्वेद अस्पताल में अभी हाल में सात फेरे लेने के बाद कोनोना से बचाने की जंग लड़ रहे हैं। मेडिकल आफीसर डॉ. सुशील व उनकी पत्नी डॉ अंकिता पांडेय दोनों आयुर्वेद कालेज के चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को अडेंट कर रहे हैं। डॉ. सुशील कहते हैं कि अपने दायित्व के साथ ही देश की सुरक्षा के लिए काम करने में अच्छा लगता है। सभी को चाहिए कि शासन के नियम का पालन करें। सभी लोग सुरक्षित घरों में रहे। इधर, उधर की चीजों से बचें। घर से बाहर नहीं निकलें। कोरोना को हराने के लिए सभी को अपने-अपने दायित्व को निभाना होगा।

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