रीवा

रीवा में दनादन चल रही गोलियां, दिनदहाड़े हुई वारदात में घायल युवक ने तोड़ा दम

News Desk
3 July 2021 11:47 PM GMT
रीवा में दनादन चल रही गोलियां, दिनदहाड़े हुई वारदात में घायल युवक ने तोड़ा दम
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रीवा। कोरोना का लाॅकडाउन खुलते ही दनादन गोलियां चलनी शुरू हो गई हैं। लाॅकडाउन खुलने के बाद से गोली चलने की कई वारदातें सामने आ चुकी हैं। यदि हम कहें कि रीवा अपराधियों की राजधानी बनता जा रहा है तो गलत नहीं होगा। शनिवार को हुई गोलीकांड की घटना में घायल युवक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया है।

रीवा। कोरोना का लाॅकडाउन खुलते ही दनादन गोलियां चलनी शुरू हो गई हैं। लाॅकडाउन खुलने के बाद से गोली चलने की कई वारदातें सामने आ चुकी हैं। यदि हम कहें कि रीवा अपराधियों की राजधानी बनता जा रहा है तो गलत नहीं होगा। शनिवार को हुई गोलीकांड की घटना में घायल युवक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया है।

बता दें कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र में गोली चले एक सप्ताह भी नहीं गुजरे कि गोली चलने की दूसरी घटना समान थाना क्षेत्र में हो गई। दिनदहाड़े हुये गोलीकांड में एक युवक की मौत हो गई। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर एसजीएमएच के मर्चुरी में रखवा दिया है। जिसका पोस्टमार्टम रविवार की सुबह किया जायेगा।

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय थाना अंतर्गत अनंतपुर निवासी उदय मिश्रा उर्फ राहुल पिता रामायण मिश्रा 23 वर्ष की गोली मार कर हत्या कर दी गई है। वारदात में शिवम सिंह एवं पंकज देवांगन नामक युवकों का सामने आया है। घटना को अंजाम देने के बाद दोंनो युवक मौके से भाग निकले। पुलिस ने दोनों युवकों के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। वहीं आरोपियों की तलाश सरगर्मी से की जा रही है।

घटना स्थल पर पुलिस को एक मोबाइल मिला। जो चालू हालत में था। मोबाइल में पबजी का खेल चल रहा था। अंदाजा लगाया जा रहा है कि बिहारी सेन के मकान में किराये से रहे रहे आरोपी शिवम सिंह के कमरे में उदय उर्फ राहुल मिश्रा बैठ कर पबजी खेल रहा था। उसी दौरान गोली चली। जहां 315 बोर के कट्टे से फायर कर दिया। कट्टे से निकली गोली उदय के सिर में धस गई। यह भी बताया गया है कि आरोपियों को फोन कर उदय को कमरे में बुलाया था।

पुलिस को शराब और कोरेक्स पकड़ने से फुर्सत नहीं

रीवा में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। पुलिस की लचर व्यवस्था के चलते आये दिन हत्या, लूट, चोरी जैसे जघन्य वारदातें हो रही हैं। पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। पुलिस के आला अधिकारी शराब और कोरेक्स पकड़ने की मुहिम चला रखे हैं। इससे ऐसा लगता है कि जिले की पुलिस जनता की सुरक्षा के बजाय किसी शराब कारोबारी के कारोबार को बढ़ावा देने कोरेक्स के विरुद्ध अभियान छेड़ रखा है। बीते तीन साल का आकड़ा देखा जाये तो एक साल में जितनी लाशें गिर गई उतनी मौते तीन साल में भी न हुई होंगी। आये दिन गोली चलने की आवाज सुनाई देती है। विश्वविद्यालय क्षेत्र के विभीषण नगर में बाइक सवार बदमाशों द्वारा चार राउंड गोलियां चलाने की जानकारी मिली है।

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