मध्यप्रदेश

जब पुलिस नहीं खोज पाई चोरी गई मूर्ति, फिर भगवान ने किया चमत्कार और गाय ने ऐसे खोजी 500 वर्ष पुरानी मूर्ति

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:40 AM GMT
जब पुलिस नहीं खोज पाई चोरी गई मूर्ति, फिर भगवान ने किया चमत्कार और गाय ने ऐसे खोजी 500 वर्ष पुरानी मूर्ति
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भगवान कब क्या कर दें कोई नहीं जानता। इनकी लीला अपरमपार है। हम सब तो उनके हांथों की कठपुतली हैं। वह जब चाहें, जहां चाहें और जैसा

जब पुलिस नहीं खोज पाई चोरी गई मूर्ति, फिर भगवान ने किया चमत्कार और गाय ने ऐसे खोजी 500 वर्ष पुरानी मूर्ति

मुरैना। भगवान कब क्या कर दें कोई नहीं जानता। इनकी लीला अपरमपार है। हम सब तो उनके हांथों की कठपुतली हैं। वह जब चाहें, जहां चाहें और जैसा चाहें हम सब को नचाते हैं। भगवान के चमत्कार का एक ऐसा उदाहरण मुरैना जिले के बरेठा गांव का सामने आया है।

जब पुलिस नहीं खोज पाई चोरी गई मूर्ति, फिर भगवान ने किया चमत्कार और गाय ने ऐसे खोजी 500 वर्ष पुरानी मूर्ति

बताया जाता है कि बरेठा गांव में एक 500 वर्ष पुराना मंदिर हैं। बीते दिनों वहां से गोपाल जी की मूर्ति चोरी हो गई। पुलिस और आमजनों के लाख प्रयास के बाद भी मूर्ति नहीं मिली। आखिरकार एक दिन ऐसा चमत्कार हुआ और गुमी हुई गोपाल जी की मूर्ति एक गाय के माध्यम से मिल गई।

मूर्ति न मिलने से सब थे परेशान

कहा जाता है कि हम अगर भगवान को पूरी श्रद्धा और भक्ति से पूजते हैं तो वह हमारे पास ही रहते हैं। हुआ भी ऐसा बरेठा गांव में एक प्राचीन भगवान श्री कृष्ण जी का मंदिर हैं। 30 नवम्बर की रात मंदिर से 500 वर्ष पुरानी मूर्ति चोरी हो गई। सुबह पुजारी को जैसे ही जानकारी हुई उन्होने इसकी सूचना पुलिस के साथ हीं गांव वालों को दी। गाव वालों के साथ मिलकर पुलिन ने अपना पूरा जोर लगाकर मूर्ति ढूढने का प्रयास किया लेकिन कुछ भी पता नहीं चला।

गाय ने दिखाया रास्ता

मूर्ति के सम्बंध में गांव वालों ने बताया कि 3 दिसंबर के दिन एक बच्चा भागते हुए मंदिर में आकर बताया कि भगवान की मूर्ति एक खेत में है। सभी ने जाकर देखा तो बात सही थी। उस बच्चे ने बताया कि वह खेत में बैठा था। खेत के एक किनारे में बाजरे का ढेर भी रखा था। बच्चे का कहना है कि जब वह आया था तो वहां कोई नहीं था।

फिर अचान से एक गाय आई और वह सीधे बाजरे के उसी ढेर के पास पहुंची और बच्चा जैसे ही ढेर के पास पहुंचा तो गाय ने बाजरे के बंडल को जोर से हटाया और गोपाल जी की मूर्ति बाहर गिर गई और गाय वहां से चली गई। ग्रामीणों ने भगवान केा ले जाकर पुनः मंदिर में स्थापित करवा दिया।

Aaryan Dwivedi

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