चल रहा शादी-व्याह का अवसर, वास्तु के आधार पर लगाएं पर्दे, आयेगी घर में अच्छी उर्जा
रीवा। जिन घरों में शादी विवाह का समय है वहां हर तरह की तैयारी शुरू हेा गई हैं। घरों में पुताई के साथ ही सबसे पहले पर्दा बदलना भी लाजमी है। लेकिन हमें पर्दा बदलते समय ध्यान रखना चाहिए कि हम पर्दे के किस रंग का चयन करें जिससे हमारे घर में पाजेटिव उर्जा का संचार सदैव बनी रहे। इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिये कि कहीं गलत रंग का पर्दा लगाने से कही हमारे घर का संतुलन न विगड़ जाय।
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वर्तमान समय में शादी विवाह का दौर तेजी से चल रहा है। दुकानों में अनेक रंग के कमरों में लगाने के लिए पर्दे भी अलग-अलग तरह के हैं। इनमें नेट, कॉटन व मिक्स पर्दा शामिल है। अग्नेय कोण सबसे शुभ माना जाता है। इस दिशा को भगवान की स्थापना के लिए सुरक्षित रखना चाहिए। पूजा घर में हल्के पीले रंग के या फिर नारंगी रंग के पर्दे लगाने चाहिए। ये दोनों ही रंग शुद्धता के प्रतीक माने जाते हैं। पूजा करते समय इन रंगों का असर हमारे मन पर पड़ता है।
कैसा हो बच्चों के कमरे का पर्दा
वास्तु के हिसाब से बताया जाता है कि बच्चों के कमरे में आपको हल्के नीले रंग या हरे रंग के और गुलाबी रंग के पर्दे लगाने चाहिए। इन रंगों के उपयोग करने से जहां बच्चों में पाजेटिव उर्जा का संचार सदैव बना रहाता है तो वही उनका मन भी शांत रहता है। हरा और नीला रंग शांति और स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है। इससे बच्चों की सेहत सही रहती है और उनका मन भी पढ़ाई में लगता है।
नवविवाहित जोड़ों के लिए चाहिए कुछ खास
यदि घर में कोई नवविवाहित जोड़े का जल्दी ही शादी के बाद आगवन होना है तो उस जोडे़ के कमरे की सजावट भी खास और वास्तु के आधार पर होनी चाहिए। उनके कमरे में लाल रंग, बैंगनी रंग या फिर गुलाबी रंग के पर्दे लगाने चाहिए। लाल रंग वैसे भी सगुन का शुभ संकेत देता हैं। लाल रंग दाम्पत्य जीवन में प्रेम का संचार करता है। साथ ही परिवार में सम्मान का भाव बनाए रखता है। घर के डायनिंग स्पेस के खिड़की दरवाजों पर हल्के या फिर भूरे रंग के पर्दे लगाने चाहिए।