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MLA संजय पाठक पर BJP छोड़ने का दबाव! नहीं माने तो कमलनाथ सरकार ने रिसोर्ट ढहाया, खदाने सील की, सुरक्षा भी हटा दी
भोपाल। सियासी ड्रामे के बीच मध्यप्रदेश में बीजेपी विधायकों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। बीजेपी कार्रवाई की टाइमिंग पर सवाल उठा रही है। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस बौखलाहट में ऐसी कार्रवाई कर रही है। बीजेपी सरकार में मंत्री रहे और विधायक संजय पाठक के रिसॉर्ट पर बुलडोजर चला है। प्रशासन के अनुसार रिसॉर्ट के जिस हिस्से पर बुलडोजर चला है, वह अतिक्रमित है।
दरअसल, उमरिया जिले स्थित पूर्व मंत्री और विधायक संजय पाठक के बांधवगढ़ स्थित सायना रिसॉर्ट पर कार्रवाई की गई है। अचानक शनिवार की सुबह पहुची प्रशासन की टीम वहां दल बल के साथ पहुंची और कार्रवाई शुरू कर दी। कलेक्टर उमरिया स्वरोचिष सोमवंशी और पुलिस अधीक्षक भी वहां मौजूद रहे। बुलडोजर से अतिक्रमण क्षेत्र में आने वाले निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया।
BJP MLA Sanjay Pathak: There is a lot of pressure on me. I am being asked to quit BJP&to join Congress party, if I don't do that then such actions will be taken against me&my family members. There's constant threat to my life. I will die but will never quit BJP. #MadhyaPradesh https://t.co/BOhUXrlLWe pic.twitter.com/EV3LoMrlcJ
— ANI (@ANI) March 7, 2020
कांग्रेस में शामिल होने का दबाव प्रशासन के द्वारा लगातार संजय पाठक के ऊपर कार्रवाई की जा रही है। इस पर विधायक संजय पाठक ने कहा कि मेरे ऊपर काफी दबाव है। मुझे बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने को कहा जा रहा है। अगर मैं ऐसा नहीं करता हूं तो मेरे और मेरे परिवार के लोगों पर इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। वहीं मेरी जान को भी खतरा है। मैं मर जाऊंगा लेकिन बीजेपी नहीं छोड़ूंगा।
पाठक की खदानें भी सील बीजेपी में शामिल होने से पहले संजय पाठक कांग्रेस में ही थे। शिवराज सिंह चौहान के सीएम रहते हुए वह कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे। उसके बाद उन्हें मंत्री बनाया गया था। उसके बाद से बीजेपी में ही हैं। मध्यप्रदेश में सियासी ड्रामे की शुरुआत के साथ ही उनकी दो खदानें सील की गईं। हालांकि प्रशासन की तरफ से कहा गया कि कोर्ट के आदेश के बाद यह कार्रवाई की गई है।
सुरक्षा भी हटाई गई यहीं नहीं इस पूरे प्रकरण के दौरान संजय पाठक के सुरक्षाकर्मी भी हटाए गए। इसे लेकर भी उन्होंने सवाल उठाया है कि आखिर वर्षों से तैनात जवानों को अचानक से क्यों बदला गया। शुक्रवार को भी वह मीडिया के सामने आए थे, उन्होंने कहा था कि मैं सीएम से नहीं मिला हूं, मेरे बारे में अफवाह फैलाया जा रहा है। सत्ता की संघर्ष में मेरी हत्या हो सकती है।