इंदौर

MADHYA PRADESH में इस COLLEGE के प्रिंसिपल बनें राहुल गांधी...

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:13 AM GMT
MADHYA PRADESH में इस COLLEGE के प्रिंसिपल बनें राहुल गांधी...
x
Get Latest Hindi News, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, Today News in Hindi, Breaking News, Hindi News - Rewa Riyasat

मध्यप्रदेश के एक प्रतिष्ठित कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राहुल गांधी हैं। जी हाँ! गूगल सर्च करने पर विकिपीडिया से मप्र के नंबर-एक साइंस कॉलेज के बारे में यही जानकारी मिल रही है। इंदौर के सवा सौ साल पुराने इस सरकारी साइंस कॉलेज के मौजूदा प्रिंसिपल मप्र सरकार में कैबिनेट मंत्री के भाई हैं। कॉलेज के बारे में इंटरनेट पर डाली गई भ्रामक जानकारी को राजनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है।

18 फरवरी से कॉलेज के बारे में गूगल सर्च करने पर प्रिंसिपल का नाम डॉ. राहुल गांधी बताया जाने लगा। कॉलेज में पढ़ रहे विद्यार्थियों को ही सबसे पहले इसकी खबर लगी। देखते ही देखते कॉलेज विद्यार्थियों के व्‍हाट्सएप ग्रुपों पर मजाकिया अंदाज में यह जानकारी वायरल होने लगी।

बुधवार सुबह एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष जावेद खान मामले में शिकायत लेकर प्राचार्य डॉ. सुरेश टी सिलावट के पास पहुंचे। एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नाम का इस्तेमाल कर भ्रम फैलाने वाले विपक्षी भाजपा से जुड़े लोग हो सकते हैं।

खान ने यह भी शिकायत की कि इंटरनेट पर सिर्फ कॉलेज प्राचार्य का नाम ही नहीं बदला गया बल्कि फर्जी टाइम टेबल भी जारी कर दिए गए, जबकि कॉलेज ने परीक्षा का कोई कार्यक्रम जारी नहीं किया है। इससे विद्यार्थी भी भ्रम में हैं। छात्र नेता की शिकायत के बाद कॉलेज ने मामले में ऑनलाइन जानकारी प्रदर्शित करने वाली कंपनी विकिपीडिया को शिकायत कर दी है।

मंत्री के भाई प्राचार्य होलकर साइंस कॉलेज के मौजूदा प्रिंसिपल डॉ. सुरेश सिलावट मप्र सरकार में कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट के भाई हैं। लिहाजा इंटरनेट पर कॉलेज के प्रिंसिपल को राहुल गांधी बताए जाने के राजनीतिक मायने भी निकाले जाने लगे हैं।

डॉ. सिलावट और कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारी डॉ.आरसी दीक्षित ने कहा कि विकिपीडिया की ओर से उन लोगों की जानकारी मिल चुकी है जिन्होंने ऑनलाइन साम्रगी में तब्दीली करते हुए प्रिंसिपल का नाम बदला है। कॉलेज ने मामले में शरारत कर इंटरनेट पर हेरफेर करने वाले 43 विद्यार्थियों को चिन्हित कर लिया है। एक ने बयान भी दे दिए हैं। हम कार्रवाई कर रहे हैं क्योंकि विकिपीडिया ओपन सोर्स है, इसलिए कोई भी उसमें जानकारी में बदलाव कर देता है।

Aaryan Dwivedi

Aaryan Dwivedi

    Next Story