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लगातार हो रहे अपराधों से सहमा देश का नंबर-1 इंदौर शहर, बढ़ गई डकैती, लूट और चोरी की घटनाएं
इंदौर। देश का नंबर वन स्वच्छ शहर, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की आर्थिक राजधानी और मालवा का सिरमौर शहर कहलाने वाला इंदौर (Indore) इन दिनों एक के बाद एक सनसनीखेज वारदात से सहमा हुआ है। शहर में आपराधिक घटनाओं में अचानक हो रही बढ़ोतरी की वजह से पुलिस के सिस्टम पर सवाल खड़े होने लगे हैं। एडीजी का मुख्यालय भी यहीं है। मॉनिटरिंग के लिए तीन एसपी के साथ एसएसपी सिस्टम लागू है। एएसपी और सीएसपी स्तर के अफसरों की भी पर्याप्त संख्या है। बावजूद इसके रात गहराते ही मैदान में नजर आने के बजाय पुलिस थानों में लौट जाती है।
बीते सात दिनों में ये बड़ी घटनाएं
- महालक्ष्मी नगर व बसंत विहार में हुई 55 लाख की चोरी।
- राजेंद्र नगर क्षेत्र में सीरियल चाकूबाजी व दुकानों में लूटपाट।
- राजेंद्रनगर की घटना के दो फरार आरोपितों ने परदेशीपुरा में फिर की चाकूबाजी।
- कंचन विहार के हरिहर विला में सनसनीखेज डकैती।
- अन्नपूर्णा क्षेत्र के दो फ्लैट से चोर 50 लाख रुपए से ज्यादा के जेवर चुरा ले गए।
इंदौर में जितनी भी आपराधिक घटना पिछले दिनों घटी है, एकएक को लेकर सरकार गंभीर है। चाकूबाजी, लूट और अन्य वारदात के बाद कार्रवाई पर पूरी नजर रखी जा रही है। मुख्यमंत्री स्वयं भी इसे लेकर गंभीर हैं। कानून व्यवस्था के लिए पुलिस को और सतर्क होने की आवश्यकता है। - जीतू पटवारी, खेल व युवा कल्याण मंत्री
शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार खराब हो रही है। प्रशासन को सख्ती करना चाहिए। कड़े कदम उठाए जाने की जरूरत है। प्रदेश सरकार के पांच-पांच मंत्री शहर से सीधा जुड़ाव रखते हैं, उसके बाद भी लोग परेशान हैं। जल्द से जल्द बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाना चाहिए। - शंकर लालवानी, सांसद
यह सही है कि शहर में लगातार वारदात हो रही हैं। इससे जनता के बीच में ये धारणा बनती है कि कानून व्यवस्था लचर हो रही है। यहां बड़े-बड़े अधिकारी बैठे हैं। इनकी जवाबदेही बनती है कि वे अपराधों पर अंकुश लगाएं। जल्द ही मीटिंग लेकर इन सारे घटनाक्रमों का हिसाब अफसरों से मांगूंगा। - बाला बच्चन, गृहमंत्री