इंदौर

गुंडे हैं MP के इस मेडिकल कॉलेज के प्रबंधक, मृतक छात्रा के पिता ने उठाए कॉलेज प्रशासन पर सवाल

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 5:54 AM GMT
गुंडे हैं MP के इस मेडिकल कॉलेज के प्रबंधक, मृतक छात्रा के पिता ने उठाए कॉलेज प्रशासन पर सवाल
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इंदौर। इंडेक्स मेडिकल कॉलेज की छात्रा के आत्महत्या मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। छात्रा के पिता ने कॉलेज प्रबंधन और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि लीडर बेटी को टारगेट कर प्रबंधन और एचओडी ने 4 महीने तक परेशान किया। घटना के दस दिन बाद भी पुलिस सही दिशा में जांच नहीं कर रही है। पुलिस को आम जनता की फिक्र नहीं है। पूरा विभाग पीएम-सीएम की ड्यूटी में जुटा हुआ है।

इंडेक्स मेडिकल कॉलेज की पीजी की फाइनल ईयर की छात्रा डॉ. स्मृति (28) पिता किशोर लहरपुरे निवासी भोपाल ने 10 जून की रात एनेस्थीसिया का ओवरडोज लेकर आत्महत्या कर ली थी। स्मृति के पिता ने बताया कि बुधवार को बेटी के दसवें के कार्यक्रम के लिए वे उज्जैन गए थे। इसके बाद मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन देने इंदौर आए थे। उन्होंने बयान देने के लिए टीआई हाकमसिंह पंवार से संपर्क किया था। उन्हें शाम चार बजे सराफा थाने बयान देने बुलाया गया था। चार घंटे तक उन्हें वहां बैठाकर रखा, इसके बाद बयान लिए।

उन्होंने पुलिस को बताया कि गुंडा प्रबंधन कॉलेज संचालित कर रहा है। हाई कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं किया जा रहा है। कलेक्टर को कोर्ट ने आदेश दिया था कि वे हर माह कॉलेज जाकर विद्यार्थियों से बातचीत कर स्थिति की जानकारी लें, लेकिन आदेश का कभी पालन नहीं किया गया। प्रबंधन के साथ मिलकर पूरे प्रकरण में लीपापोती की जा रही है। इधर, मामले में टीआई और एएसपी से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।

फीस केस में छात्रों का नेतृत्व कर रही थी स्मृति कोर्ट में बेटी सहित 30 छात्रों ने मिलकर निर्धारित फीस से ज्यादा वसूली को लेकर केस लगाया था। पूरे केस की अगुआई स्मृति कर रही थी। इसी वजह से एचओडी और प्रबंधन मिलकर उसे टारगेट कर मानसिक रूप से परेशान कर रहे थे। शपथ पत्र के जरिये छात्रों से लिखवाया जा रहा है कि उन्हें कोई समस्या नहीं है। इस वजह से उन्हें अब इंसाफ की उम्मीद कम नजर आ रही है। प्रबंधन के दबाव में पुलिस आत्महत्या की वजह प्रेम प्रसंग बता रही है। जबकि बेटी ने 12 पेज का सुसाइड नोट लिखा है। इसमें उसने साफ तौर पर प्रबंधन सुरेश भदौरिया और एचओडी खान पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। कॉलेज में एचओडी की बेटी भी पढ़ती है। इस वजह से एचओडी प्रबंधन के खिलाफ कुछ नहीं बोल रही हैं। प्रबंधन ने एचओडी के जरिये स्मृति को चार महीने तक क्लास में उपस्थित होने नहीं दिया।

डॉ. स्मृति के समर्थन में आए कई मेडिकल संगठन डॉ. स्मृति के आत्महत्या मामले में कई मेडिकल संगठन समर्थन में आ गए हैं। रेसीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन दिल्ली शुक्रवार शाम सात बजे दिल्ली में ही कैंडल मार्च निकालेगा। वहीं जबलपुर होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन ने शुक्रवार को प्रदेश के सभी मेडिकल शिक्षा संस्थान तथा क्लिनिक स्वैच्छिक बंद रखने का आह्वान किया है। साहू समाज ने भी आक्रोश जताते हुए कैंडल मार्च निकाला था।

Aaryan Dwivedi

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