चुनाव। देश के दो राज्यों की 77 सीटों में शनिवार की सुबह 7 बजे से वोट डाल रहे है। दोपहर 3 बजे तक बंगाल की 30 सीटों के लिये हुये मतदान में 55.27 प्रतिशत और असम की 47 सीटो परं 47.10 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मतधिकार का प्रयोग किया है। कोरोना की वजह से वोटिंग का समय 1 घंटे बढ़ाया गया है।
मशीन में खराबी से रूक मतदान
बंगाल में 60 पोलिंग बूथ पर मतदान मशीन से छेड़छाड़ की शिकायतें सामने आई हैं। कुछ जगह ईवीएम में तकनीकी दिक्कत की वजह से वोटर्स को 2 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। भाजपा ने वोट खरीदने की शिकायत भी चुनाव आयोग से की है।
455 प्रत्याशी किस्मत मशीन में कैद
बंगाल और असम की 77 सीटों पर कुल 455 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। दोनों राज्यों में मिलाकर 1.54 करोड़ मतदाता इन प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला अपना मतदान करके कर रहे है।
बंगाल में हिंसा को देखते हुये चुनाव आयोग भी सख्त है। जिसके चलते भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बंगाल में केंद्रीय पुलिस बल की 730 कंपनियां तैनात की गई हैं। सुरक्षा की कमान 73,000 पुलिसकर्मियों के हाथों में है।
बंगाल चुनाव पर एक नजर
बंगाल की 294 सीटों में से 30 सीटों पर चुनाव हो रहा है। इन पर 191 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें 21 महिलाए हैं। बंगाल में पहले फेज में 73,80, 942 मतदाता वोटिंग करेंगे। इसमें 37,52,938 पुरुष और 36,27,949 महिलाएं हैं। वोटर्स में 55 थर्ड जेंडर भी शामिल हैं। इस फेज में 1,23,393 ऐसे व्यक्ति वोट करेंगे, जिनकी उम्र 80 से 90 के बीच है। चुनाव में 40,408 दिव्यांग भी मतदान कर रहे है।
पहले फेज के लिए बंगाल में 10,288 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। बंगाल में केंद्रीय पुलिस की 92 कंपनी बांकुरा, 169 पूर्वी मेदिनीपुर, 139 पश्चिम मेदिनीपुर, 186 पुरुलिया और 144 झारग्राम में तैनात की गई हैं। 2019 लोकसभा चुनाव की बात करें तो इन 30 सीटों में से 20 सीटों पर भाजपा ने बढ़त बनाई थी, जबकि टीएमसी 10 सीटों पर ही आगे रही थी।
मुख्यमंत्री भी मैदान में
पहले चरण में असम की 126 में से 47 सीटों पर चुनाव है। इन पर 264 प्रत्याशी मैदान में हैं। पहले फेज में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल मजुली से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजीव लोचन पेगु से है। इस चरण में स्पीकर हितेंद्रनाथ गोस्वामी जोरहाट विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं। उनका मुकाबला पूर्व कांग्रेस विधायक राना गोस्वामी से है। असम में बीजेपी और कांग्रेस गठबंधन के अलावा असम जातीय परिषद भी मैदान में है।