नहीं हुआ समझौता, बेनतीजा रही 6वें दौर की वार्ता, किसान अपनी मांग पर अडे़
नई दिल्ली। विगत 10 दिनों से चल रही किसान संगठनों और सराकर के बीच वर्ता का दौर बेनतीजा साबित हो रहा है। शनिवार को पुनः हुई 6वें दौर की वार्ता में कोई हल नही निकल सका। किसान अपनी मांगों पर अडे़ हुए हैं उनका कहना कि जब तक कानून को पूरी तरह वापस नही लिया जाता उनका आंदोलन जारी रहेगा।

बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर तथा पियूष गोयल किसानों से बात करने विज्ञान भवन पहुंचे।करीब तीन घंटे से चली सरकार और किसानों की बैठक में किसानों ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा कि हमने अपनी मांगें बता दी हैं। फैसला सरकार को लेना है। बार-बार बातचीत का कोई मतलब नहीं है। अब हमें सिर्फ हल चाहिए, हमारी समस्या का समाधान चाहिए।
केंद्रीय कृषि मंत्री बोले
केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि वह हर यूनियनों, किसान नेताओं से कहना चाहते है कि किसान आंदोलन का रास्ता छोड़ चर्चा करंे। किसी भी समस्या का हल हम आपस में बैठकर निकाल सकते हैं। सरकार कई दौर की चर्चा कर चुकी है और समाधान के लिए आगे भी चर्चा करने को तैयार है। भारत बंद पर केंद्रीय कृषि मंत्री का कहना था िकवह किसानों का अपना कार्यक्रम हैं, मैं उनपर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता।
किसान नेताओं ने मांगा लिखित जवाब
सरकार के साथ बैठक में किसान नेताओं ने कहा कि वह सरकार से जो भी चर्चा पहले के दौर मे ंकर चुके हैं उसका सरकार बिंदुवार लिखित में जवाब दे। किसान संयुक्त मोर्चा के प्रधान रामपाल सिंह ने कहा कि रोज-रोज बैठक नहीं होगी। बैठक में सिर्फ बात कानूनों को रद्द करने के लिए ही होगी।
8 को भारत बंद
पांचवें दौर की वार्ता के बाद किसान संगठनों जानकारी देते हुए बताया कि भारत बंद का फैसला अभी टला नहीं हैं। वही भाकियू के राकेश टिकैत ने बताया कि सरकार एक मसौदा तैयार करेगी जो संगठनो को देगी। केन्द्र का कहना हे कि वह इस मसले पर राज्य सरकार से चर्चा कर सलाह देगी। वहीं प्रस्तावित भारत बंद के बारे में उन्होंने कहा कि 8 दिसंबर को भारत बंद किया जाएगा।