छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रमन सरकार ने इस साल किसानों को राहत देने का बड़ा निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में तय किया गया है कि धान खरीद के साथ किसानों को दिए जाने वाले समर्थन मूल्य के साथ ही बोनस भी दिया जाएगा.
चुनाव से ठीक पहले राज्य सरकार किसी भी तरह से कोई जोखिम उठाने के मूड में नहीं है. यह पहली बार होगा जब किसानों को धान बेचते ही समर्थन मूल्य के साथ बोनस का पैसा भी जुड़कर मिल जाएगा. यानी जैसे ही किसान धान बेचेगा, उसके बाद उसके खाते में धान की किस्म के अनुसार 2050 रुपए और 2070 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से पैसा जमा हो जाएगा.
राज्य की बीजेपी सरकार ने किसानों को पिछले दो साल की तर्ज पर इस साल भी 300 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान का बोनस देने का फैसला किया है. कैबिनेट की बैठक में सरकार ने इस साल करीब 75 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य निर्धारित किया है. धान के बोनस के लिए 2400 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया जाना है.
प्रदेश में धान के बोनस के लिए 2400 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया जाना है, जिसके लिए कैबिनेट की बैठक में चर्चा की गई है. इस राशि को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर अनुपूरक बजट में पास किया जाएगा.
सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी किसी प्रकार से सत्तासीन होने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. इसलिए वह किसी भी वर्ग को इस चुनावी साल में नाराज नहीं करना चाह रही है.