छत्तीसगढ़: नक्सलियों का खात्मा करेंगे 7000 CRPF जवान
रायपुर / नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने चार राज्यों से सीआरपीएफ के सात हजार जवानों के वापसी के आदेश दिए हैं। इनमें सबसे ज्यादा अभी पश्चिम बंगाल में तैनात हैं। हालिया एक सरकारी आदेश के मुताबिक, इन जवानों को अब नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर क्षेत्र में ऑपरेशनों के लिए तैनात किया जाएगा।
इन जवानों को पश्चिम बंगाल, बिहार तथा झारखंड में नक्सल विरोधी ऑपरेशनों तथा उत्तरप्रदेश में आंतरिक सुरक्षा संबंधी ड्यूटी पर तैनात किया गया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा इस सप्ताह की शुरुआत में जारी निर्देश के मुताबिक, अर्धसैनिक बल की तीन बटालियन पश्चिम बंगाल से, दो बटालियन बिहार से तथा उप्र और झारखंड से एक-एक बटालियन की वापसी होनी है।
लंबे समय से इन राज्यों में तैनात इन बलों को वापस बुलाने फैसला छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ और 'बेस" खोलने के लिए अर्धसैनिक बल की ज्यादा बटालियनों की मांग के मद्देनजर लिया गया है। ओडिशा, आंध्रप्रदेश तथा महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित दक्षिण बस्तर का इलाका वामपंथी उग्रवाद का सबसे चुनौती पूर्ण गढ़ माना जाता रहा, इसलिए इलाके में सीआरपीएफ जवानों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है।
सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कांकेर तथा कोंडगांव जिलों में नक्सली सबसे ज्यादा सक्रिय हैं और सीआरपीएफ ने इस क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में ज्यादा शिविर बनाना शुरू कर दिया है। इससे नक्सलियों पर सुरक्षा बलों का दबाव बढ़ गया है।