Samudrayaan: समुद्र की गहराईयों में छिपे रहस्यों की खोज करेगा भारत का समुद्रयान 'मत्स्या 6000'

India's Samudrayaan Matsya 6000: अंतरिक्ष की ऊंचाइयों के बाद अब समुद्र की गहराईयों तक पहुंचने के लिए भारत के वैज्ञानिकों ने 'Matsya 6000' बनाया है

Update: 2022-08-07 09:56 GMT

India's Samudrayaan 'Matsya 6000': अंतरिक्ष की ऊंचाइयों में पहुंचने के बाद अब भारतीय वैज्ञानिक समंदर की गहराईयों में छिपे रहस्य से पर्दा उठाने के लिए नया मिशन शुरू करने वाले हैं. इसके लिए भारतीय वैज्ञानिकों ने समुद्रयान तैयार किया है जिसे ''मत्स्या 6000' (Matsya 6000) नाम दिया गया है. यह भारत का मेगा महासागर मिशन (Mission Ocean India) के लिए बनाया गया है. जो समंदर के गहरे पानी में उतारा जाएगा जिसमे वैज्ञानिकों की एक टीम भी मौजूद रहेगी जो समंदर की गहराई में अध्यन करेगी। 


समुद्रयान मिशन (Samudrayaan Mission) में  इस्तेमाल होने वाली पनडुब्बी ''मत्स्या 6000' (Matsya 6000) में तीन रिसर्चर्स को समुद्र के भीतर 6,000 मीटर की गहराई तक ले जाएगी।  जिसमें गहरे समुद्र (Deep Sea Mission) की खोज  के लिए वैज्ञानिक सेंसर और उपकरणों के साथ जाएंगे. 

मत्स्या 6000 क्या है 


What Is Matsya 6000: सरकार ने बताया है कि Matsya 6000 समर्सिबल का डिज़ाइन पूरा हो गया है. इसे ISRO, IITM और DRDO की मदद से इसे तैयार किया गया है. Matsya 6000 अब समंदर की गहराईयों में उतरने के लिए रेडी हो गया है. बता दें कि मत्स्या 6000 एक मानवयुक्त सबमरीन है जो पृथ्वी विज्ञान मंत्रलाय को समुद्र में रिसर्च करने में मदद करेगा 

मत्स्या 6000 मिशन का उदेश्य क्या है  


Matsya 6000 Mission Aim: समुद्रयान Matsya 6000 में तीन वैज्ञानिकों को समंदर में 6000 मीटर यानी 6 किमी नीचे भेजा जाएगा, जहां रिसर्चर्स प्रद्योगिकी विकास के साथ-साथ खनन, खनिज संसाधनों ककी खोज और समुद्री जैव विविधता के लिए मानव को 6 हज़ार मीटर नीचे भेजने के लिए समर्सिबल तैयार करना है. 

मिशन समुद्रयान क्यों जरूरी है 

Why Mission Samudrayaan 'Matsya 6000' Is Important: आप यह तो जानते होंगे कि पृथ्वी का 70% हिस्सा समंदर है. और इतने विशाल समुद्र में मानव ने सिर्फ 5% हिस्से की ही खोज की है. यानी इंसानो को पूरी तरह से यह मालूम ही नहीं है कि समंदर में और क्या-क्या हो सकता है. भारतीय उपमहाद्वीप भी तीन तरफ से समंदर से घिरा हुआ है, भारत की 30% आबादी समुद्री तटों में रहती है. जहां के रहने वालों का आय का जरिया समंदर से ही है. 

Matsya 6000 को बनाने में कितना खर्चा हुआ 

Matsya 6000 Budget: इस प्रोजेक्ट में 5 साल से काम चल रहा था, जिसमे 4,077 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं.  डीप ओशन मिशन (Deep Ocean Mission India) भारत सरकार की नीली इकोनॉमी का पहला समर्थन करने वाला प्रोजेक्ट होगा 


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