फर्जी हेल्पलाइन से बचें! साइबर ठग ऐसे खाली कर रहे आपका बैंक खाता, इन नंबरों से हो रही करोड़ों की ठगी
Google पर सर्च करने की ये आदत पड़ सकती है भारी! एक कॉल और मिनटों में अकाउंट खाली। जानें कैसे काम करता है यह बड़ा फ्रॉड और बचने के 5 अचूक तरीके।;
फर्जी हेल्पलाइन नंबर से साइबर ठगी
फर्जी हेल्पलाइन नंबर से ठगी: Cyber Fraud से कैसे बचें
आज के डिजिटल युग में हर छोटी-बड़ी समस्या का समाधान लोग Google या इंटरनेट पर खोजते हैं। चाहे बैंकिंग सर्विस, मोबाइल रिचार्ज, ई-कॉमर्स रिफंड या कस्टमर केयर हो, लोग तुरंत सर्च करके हेल्पलाइन नंबर डायल कर देते हैं। लेकिन यही आदत अब लोगों को करोड़ों का नुकसान कर रही है। साइबर अपराधी फर्जी हेल्पलाइन नंबर डालकर भोले-भाले ग्राहकों को फंसा रहे हैं और मिनटों में बैंक अकाउंट खाली कर दे रहे हैं।
कैसे काम करता है फर्जी हेल्पलाइन नंबर फ्रॉड?
साइबर ठग सबसे पहले Google Search, Social Media या पेड ऐड्स के जरिए नकली हेल्पलाइन नंबर डालते हैं। जब कोई व्यक्ति किसी समस्या के लिए इन नंबरों पर कॉल करता है, तो सामने वाला खुद को कस्टमर केयर एक्जीक्यूटिव बताता है। इसके बाद वह शिकार से OTP, Debit/Credit Card Details, UPI PIN या Net Banking Credentials जैसी जानकारी ले लेता है। कुछ मामलों में वे स्क्रीन-शेयरिंग ऐप इंस्टॉल करने को भी कहते हैं।
साइबर ठगों की नई चाल
अब ये ठग और भी स्मार्ट हो गए हैं। कई बार वे Google Ads चलाकर अपने नकली हेल्पलाइन नंबर सबसे ऊपर दिखाते हैं। अनजान लोग इन्हें असली समझकर कॉल कर बैठते हैं। इसके अलावा, वे Email या SMS भेजकर नकली लिंक पर क्लिक करवाते हैं। लिंक पर क्लिक करते ही मोबाइल में Malware इंस्टॉल हो जाता है और सभी जरूरी डेटा चोरी हो जाता है।
किन सेवाओं को सबसे ज्यादा निशाना बनाया जा रहा है?
- बैंक और UPI सर्विसेज
- ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म (Amazon, Flipkart)
- मोबाइल और DTH रिचार्ज कंपनियां
- ट्रैवल बुकिंग वेबसाइट्स
- ई-वॉलेट और पेमेंट ऐप्स
हर दिन हजारों लोग इन सेवाओं के नाम पर फर्जी हेल्पलाइन नंबर के शिकार हो रहे हैं।
साइबर फ्रॉड से बचने के तरीके
- सिर्फ Official Website या App पर ही हेल्पलाइन नंबर खोजें।
- OTP, UPI PIN, Debit/Credit Card Details किसी से साझा न करें।
- Screen Sharing Apps सिर्फ भरोसेमंद स्रोत से ही डाउनलोड करें।
- किसी अनजान लिंक या ईमेल पर क्लिक करने से बचें।
- शक होने पर तुरंत Cyber Helpline 1930 या बैंक से संपर्क करें।
सरकार और कंपनियों की पहल
भारतीय Cyber Cell लगातार ऐसे फर्जी हेल्पलाइन नंबर ब्लॉक करने में जुटी है। बैंकों और ई-कॉमर्स कंपनियों ने भी अपने ग्राहकों को जागरूक करने के लिए Notification और Email Alerts भेजने शुरू कर दिए हैं। त्योहारी सीजन में ठग ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं, इसलिए Cyber Safety अपनाना बेहद जरूरी है।
निष्कर्ष
फर्जी हेल्पलाइन नंबर से बचना मुश्किल नहीं है, बस थोड़ी सतर्कता जरूरी है। हमेशा Official Sources पर भरोसा करें और अपनी निजी जानकारी किसी से साझा न करें। याद रखें, Cyber Fraud से बचाव ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।
FAQs
फर्जी हेल्पलाइन नंबर से कैसे बचें?
फर्जी हेल्पलाइन से बचने के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइट या ऐप पर दिए गए नंबर पर ही कॉल करें। Google Search पर दिख रहे नंबर पर भरोसा न करें।
cyber fraud complaint kaise kare?
साइबर फ्रॉड की शिकायत करने के लिए Cyber Helpline 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in वेबसाइट पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।
fake customer care number report kaise kare?
फर्जी नंबर रिपोर्ट करने के लिए तुरंत साइबर पुलिस से संपर्क करें और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी रिपोर्ट करें।
otp scam se bachne ke tarike kya hai?
OTP किसी के साथ साझा न करें। बैंक और कंपनियां कभी भी OTP नहीं मांगतीं।
google search me fake number kaise pehchane?
Google Search में दिखाई देने वाले Ads और First Result को Cross Check करें। हमेशा Official Website Verify करें।
cyber helpline 1930 par call kaise kare?
आप सीधे मोबाइल से 1930 नंबर डायल कर सकते हैं। यह National Cyber Helpline है।
online shopping fraud se kaise bache?
Amazon और Flipkart जैसी साइट्स पर केवल Official Support से ही संपर्क करें। किसी भी बाहरी नंबर पर कॉल न करें।
fake ads fraud ko kaise check kare?
Ads में दिखे नंबर या लिंक को हमेशा Google Verified Sources से Cross Check करें।