BCCI कोहली को आंख फूट पसंद नहीं करता, वजह अरबों का नुकसान

कप्तानी को लेकर BCCI और विराट कोहली आमने सामने हैं. भारतीय टीम के साउथ अफ्रीका दौरे से ऐन पहले विराट कोहली से वनडे की कप्तानी भी छीन ली गई.

Update: 2021-12-16 06:20 GMT

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नई दिल्ली. कप्तानी को लेकर BCCI और विराट कोहली आमने सामने हैं. भारतीय टीम के साउथ अफ्रीका दौरे (India Tour of South Africa) से ऐन पहले विराट कोहली से वनडे की कप्तानी (Virat Kohli Captaincy) भी छीन ली गई. जिसके चलते पूरी विवाद की स्थिति बनी हुई है. इन सभी मसलों पर विराट और बोर्ड की ओर से बयानबाजियां भी हो रही है.

विराट ने छोड़ी थी टी-20 की कप्तानी, वनडे से भी हटा दिया

दरअसल आईपीएल पफेज 2 के शुरू होने के पहले ही अचानक से विराट कोहली ने टी-20 की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर सभी को चौंका दिया था. उन्होने कहा था कि वे टी-20 की कप्तानी छोड़कर अपनी बल्लेबाजी पर फोकस करना चाहते हैं एवं वनडे-टेस्ट की कप्तानी करते रहेंगे. इसके बाद उन्होने आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू की कप्तानी भी छोड़ने का ऐलान कर दिया. लेकिन उन्हे साउथ अफ्रीका दौरे से ऐन वक्त पहले वनडे की कप्तानी से भी बोर्ड ने हटा दिया.

विराट को कप्तानी से हटाने के पीछे हो सकती हैं ये वजहें

पहली वजहः पाकिस्तान से शर्मनाक हार के साथ वर्ल्ड कप टूर्नामेंट से बाहर होना

इस बात पर कोई दोराय नहीं है कि विराट की कप्तानी पर भारतीय क्रिकेट टीम ने बुलंदियों को छुआ है. उनकी कप्तानी के आंकड़े उन्हे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तान में से एक बनाते हैं. लेकिन कप्तानी संभालने के बाद से वे आईसीसी के किसी भी बड़े टूर्नामेंट का खिताब भारत को न दिला सकें. हाल ही में यूएई में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप 2021 टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ शर्मनाक हार के चलते वे बोर्ड के निशाने पर आ गए. यही नहीं क्रिकेट की दुनिया के इस सबसे बड़े टूर्नामेंट में वे टीम को क्वालीपफाई भी न करा सकें. इन सब वजहों से बोर्ड पर नेतृत्व के बदलाव का भी दबाव था. जिसका खामियाजा विराट को वनडे क्रिकेट में अपनी कप्तानी गंवाकर भरना पड़ा है.

दूसरी वजहः आईपीएल 2021 के आयोजन को लेकर

आईपीएल 2021 का आयोजन भी विराट पर गिरी गाज की सबसे बड़ी वजह माना जा रहा है. मीडिया खबरों की मानें तो विराट ने कोरोना के दौरान आईपीएल का आयोजन न कराने की बात कही थी. लेकिन बोर्ड इस पर राजी नहीं था. विराट का मानना था कि इस साल वर्ल्ड कप टूर्नामेंट भी खेला जाना है और कोरोना के चलते आईपीएल और बायो-बबल में बध्े रहने से खिलाड़ियों का हौसला टूटेगा और वे इसके चलते खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को लेकर भी चिंतित थें. लेकिन बोर्ड अरबों का नुकसान कैसे झेल सकता था.

बोर्ड ने आईपीएल का आयोजन शुरू कराने का निर्णय लिया. लेकिन केकेआर के कुछ खिलाड़ियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद विराट ने खेलने से मना कर दिया था, बाद में अन्य प्रफेंचाइजियों ने भी आयोजन और खिलाड़ियों के स्वास्थ्य का हवाला देकर आयोजन रद्द कराने की बात कही थी. बावजूद इसके भी बोर्ड ने आईपीएल का आयोजन यूएई में कराया था. लेकिन यूएई में आईपीएल के आयोजन में बोर्ड को अरबों का नुकसान हुआ था. इन सब में बोर्ड को कहीं न कहीं विराट कोहली खटक रहें थें.

तीसरी वजहः रोहित शर्मा एंड गुट

मीडिया के अनुसार विराट को कप्तानी से हटाने के पीछे रोहित शर्मा एंड गुट हैं. दरअसल, बोर्ड की आंखों को कोहली पहले ही नहीं भा रहे थें, इसका पूरा पफायदा रोहित शर्मा और गुट ने उठाया है. रोहित शर्मा को टी-20 की कप्तानी मिल जाने के बाद कहीं न कहीं रोहिट गुट से जुड़े खिलाड़ियों ने बोर्ड पर वनडे की कप्तानी भी रोहित को सौंपने का दबाव बनाया था, जिसके चलते भी बोर्ड ने ऐसा निर्णय लिया होगा.

विराट ने सारी स्थिति क्लियर कर दी

1. वनडे कप्तानी से हटाए जाने पर

आठ दिसंबर को साउथ अफ्रीका दौरे के लिए टेस्ट सीरीज की टीम का चयन होना था. मीटिंग से डेढ़ घंटे पहले मुझसे संपर्क किया गया. मेरे साथ टेस्ट टीम को लेकर बात हुई, जिसमें दोनों पक्षों की सहमति बनी. कॉल खत्म करने से पहले पांचों सेलेक्टर्स ने मुझे बताया कि अब आप वनडे टीम के कप्तान नहीं रहेंगे. मैंने ओके, पफाइन कहकर जवाब दिया.

टी-20 की कप्तानी छोड़ने के बाद से मेरी किसी से कोई बात नहीं हुई थी. कप्तानी से हटाए जाने के बाद मेरी बल्लेबाजी पर बहुत ज्यादा असर नहीं देखने को मिलेगा. जिस तरह से मैं भारत के लिए वनडे में अपना योगदान देता था, उसी तरह से देता रहूंगा.

2. रोहित शानदार कप्तान राहुल भाई को पूरा सपोर्ट

कोहली ने वनडे टीम के नए कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ को लेकर कहा, 'रोहित और मेरे बीच कोई समस्या नहीं है. मैं पिछले ढाई साल से इस पर सपफाई दे रहा हूं. अब मैं बार-बार यह बात कहते हुए थक चुका हूं. जहां तक उनके टेस्ट सीरीज के दौरान न मौजूद रहने की बात है तो हम उनकी क्षमताओं को कपफी मिस करेंगे.

'रोहित के पास कप्तान के तौर पर कापफी क्षमता है. वो शानदार कप्तान है. उसने टीम इंडिया और आईपीएल दोनों में शानदार कप्तानी की है. राहुल भाई जो कि बैलेंस कोच हैं. दोनों को मेरा पूरा सपोर्ट रहेगा जो भी उनका विजन टीम के लिए होगा. मैं 100 पफीसदी उन्हें सपोर्ट करूंगा. मैं वनडे और टी-20 में भी टीम को सही दिशा में ले जाने के लिए अपना योगदान दूंगा.'

3. अपने वनडे सीरीज खेलने पर

मैं वनडे सीरीज के लिए उपलब्ध हूं और पहले भी उपलब्ध था. मैं वनडे के लिए भी उपलब्ध हूं और हमेशा ही खेलना चाहता हूं. मैंने बोर्ड से कभी भी ब्रेक की बात नहीं कही.

4. टी-20 की कप्तानी पर

मैंने बीसीसीआई को बताया कि मैं टी-20 की कप्तानी छोड़ना चाहता हूं, जब मैंने ऐसा किया तो बोर्ड ने मेरी इस बात को बहुत अच्छे ढंग से स्वीकार किया. उनके भीतर कोई झिझक नहीं थी. बोर्ड ने मुझसे बोला कि यह एक अच्छा कदम है. मैंने बोर्ड से उसी वक्त कहा था कि मैं वनडे और टेस्ट में टीम का नेतृत्व करना चाहता हूं. मेरी तरफ से यह संदेश स्पष्ट था, लेकिन मैंने अधिकारियों से यह भी कह दिया था कि अगर उन्हें ऐसा नहीं लगता है तो भी कोई परेशानी नहीं.

जब कोहली ने टी-20 की कप्तानी छोड़ी तो गांगुली का बयान

टी-20 वर्ल्ड कप से पहले जब विराट कोहली ने इस सबसे छोटे फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ी थी, तब गांगुली ने कहा था कि वे कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने से हैरान हैं. उन्होंने कहा था- विराट ने यह फैसला इंग्लैंड दौरे के बाद लिया होगा. यह कोहली का अपना फैसला है. BCCI की तरफ से कोहली पर कोई दबाव नहीं बनाया गया था. हमने उनसे कप्तानी छोड़ने को लेकर कुछ नहीं कहा था. हम ऐसा काम नहीं करते, क्योंकि मैं भी खिलाड़ी रहा हूं और मैं इसे बहुत अच्छे से समझता हूं.

BCCI अध्यक्ष ने कहा था, 'मुझे लगता है कि इतने समय तक तीनों फॉर्मेट में कप्तान बने रहना मुश्किल होता है. मैं खुद टीम इंडिया का छह साल तक कप्तान रहा. बाहर से सब अच्छा लगता है, लेकिन अंदर कप्तान के साथ क्या हो रहा है, वह केवल कप्तान ही समझ सकता है. यह बहुत मुश्किल काम है.'

बोर्ड ने नहीं कहा था कोहली टी-20 की कप्तानी छोड़े

पूर्व भारतीय कप्तान और अब बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली ने विराट कोहली के वनडे कप्तानी को लेकर कुछ दिन पहले कहा था, 'विराट को वनडे कप्तानी से हटाए जाने का फैसला BCCI और चयनकर्ताओं ने मिलकर लिया है. BCCI ने विराट से टी-20 की कप्तानी नहीं छोड़ने को कहा था, लेकिन वह सहमत नहीं हुए.'

गांगुली ने कहा, 'चयनकर्ताओं का मानना था कि लिमिटेड ओवर्स के फॉर्मेट में दो अलग-अलग कप्तान नहीं होने चाहिए. इसलिए ये फैसला लिया गया. अब विराट टेस्ट कप्तान बने रहेंगे और रोहित वनडे, टी-20 की कमान संभालेंगे.'

बीसीसीआई के बयानों से कन्फ्यूजन हुआ था

रोहित और विराट के बीच कलह की खबरों के बीच बीसीसीआई के अधिकारियों के कई बयान आए. इन बयानों के चलते विराट कोहली के वनडे सीरीज में खेलने को लेकर कन्फ्यूजन पैदा हुआ. बीसीसीआई के एक सूत्रा ने पहले कहा कि वनडे सीरीज में विराट कोहली ब्रेक पर रहेंगे. एक अन्य सूत्रा ने कहा कि विराट कोहली वनडे सीरीज में खेलेंगे, क्योंकि उन्होंने अभी ब्रेक के लिए ऑफिशियल एप्लीकेशन नहीं दी है और जब तक ऐसा नहीं होता है, तब तक वे सीरीज में खेल रहे हैं. हां, चोट लग जाए तो बात अलग है.

उधर, बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा कि जब विराट कोहली को वनडे की कप्तानी से हटाने का फैसला भी नहीं लिया गया था, तभी उन्होंने यह इच्छा जाहिर कर दी थी कि वे वन डे सीरीज में खेलना नहीं चाहते हैं.

रोहित ने विराट की जमकर तारीफ की थी

रोहित शर्मा कप्तान बनने के बाद बीसीसीआई टीवी को अपना पहला इंटरव्यू कुछ दिन पहले दिया था. इस इंटरव्यू में उन्होंने विराट कोहली की जमकर तारीफ भी की थी. रोहित ने कहा था] कोहली ने 5 साल तक भारतीय टीम को फ्रंट से लीड किया है. कोहली ने सभी मैचों में अपना बेस्ट देना चाहा. उनकी कप्तानी में टीम ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा है.

मेरे लिए कोहली की कप्तानी में खेलने का अनुभव शानदार रहा. हम दोनों ने काफी क्रिकेट साथ में खेली है और हर मौके को एंजॉय किया है. हम आगे भी वैसा ही करेंगे. हमें एक टीम के तौर पर और बेहतर होना है और हमारा फोकस उसी पर है.

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