Nirjala Ekadashi 2023: निर्जला एकादशी कब है? जानिए शुभ मुहूर्त, व्रत और पूजन विधि

Nirjala Ekadashi 2023 Date: एकादशी व्रत का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है। उसमें निर्जला एकादशी का व्रत सभी एकादशी से महत्वपूर्ण और पावरफुल बताया गया है।;

Update: 2023-05-14 11:43 GMT

Nirjala Ekadashi 2023 Date

Nirjala Ekadashi Kab Hai, Nirjala Ekadashi 2023 Date, Nirjala Ekadashi 2023: एकादशी व्रत का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है। उसमें निर्जला एकादशी का व्रत सभी एकादशी से महत्वपूर्ण और पावरफुल बताया गया है। कहते हैं कि अगर निर्जला एकादशी का व्रत कर लिया जाए तो वर्ष भर में पडने वाली एकादशी के बराबर का पुण्य प्राप्त होता है। निर्जला एकादशी करने का अपना विधान है। आइए इस व्रत से जुड़ी हुई हर छोटी बड़ी जानकारी ले।

कब है निर्जला एकादशी Nirjala Ekadashi Vrat Kab Hai, निर्जला एकादशी कब है? 

जेष्ठ शुक्ल पक्ष में पडने वाली एकादशी को निर्जला एकादशी कहा जाता है। वैसे तो वर्ष भर में 24 एकादशी पडती हैं जिसमें निर्जला एकादशी को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। इस वर्ष की निर्जला एकादशी 31 मई 2023 को है।

पंचांग के अनुसार निर्जला एकादशी 30 मई को दोपहर 1:7 पर शुरू हो जाएगी। लेकिन वैष्णव संप्रदाय में उदया तिथि को महत्वपूर्ण माना जाता है इसलिए 31 मई 2023 को एकादशी का व्रत रखा जाएगा। 31 मई को दोपहर 1:45 तक एकादशी है। साथ में सर्वार्थ सिद्धि योग भी है। सर्वार्थ सिद्धि योग का समय सुबह 5:24 से 6:00 तक बताया गया है। निर्जला एकादशी का पारण 1 जून को 5:24 से लेकर 8:10 तक होगा।

क्या करें व्रत में (Nirjala Ekadashi Vrat 2023 Shubh Muhurat)

निर्जला एकादशी का व्रत रखने के लिए सबसे पहले सुबह सुबह स्नान करें। पवित्र वस्त्र धारण कर सूर्य को जल अर्पित करें। इसके पश्चात भगवान विष्णु की पूजा करें और व्रत का संकल्प लें। भगवान विष्णु की पूजा के लिए पीले और सफेद पुष्पों का उपयोग करते हुए पंचामृत तुलसीदल से ध्यान पूर्वक पूजा करें। माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें। साथ ही निर्जला एकादशी रहने का संकल्प लें।

निर्जला एकादशी में एक बूंद जल ग्रहण करना भी निषेध बताया गया है। ऐसे में हमें फलाहार का सेवन नहीं करना होता। दूसरे दिन द्वादशी तिथि पर स्नान करें भगवान श्रीहरि की पूजा करें इसके पश्चात भगवान का भोग लगाने के बाद व्रत का पारण करें।

निर्जला एकादशी दान का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है। इस व्रत को करने से व्यक्ति के जीवन के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। गरीब असहाय और पूज्य ब्राह्मणों को अवश्य दान करना चाहिए।

निर्जला एकादशी के दिन भूलकर भी न करें यह कार्य Nirjala Ekadashi Pujan Vidhi

एकादशी का व्रत रहने पर कुछ सावधानियां बरतनी होती हैं। बताया गया है कि घर में चावल नहीं बनना चाहिए। इस दिन तुलसी के पत्तों को भी नहीं तोड़ना चाहिए। एक दिन पहले ही पूजा के लिए तुलसी पत्र तोड़ कर रख ले। इस दिन शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए। लहसुन प्याज मांस मदिरा का कतई सेवन न करें। किसी की बुराई न करें और ना ही लड़ाई झगड़ा करें। क्रोध करने पर भी नियंत्रण रखना चाहिए।

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