भारत में ऐसी कई जगहें हैं जहां दिवाली नहीं मनाई जाती, वजह आपको हैरान कर देगी

आज पूरा देश धूमधाम से दिवाली का त्योहार मना रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में कुछ जगहें ऐसी भी हैं, जहाँ दिवाली नहीं मनाई जाती?

Update: 2021-11-04 11:29 GMT

हैप्पी दिवाली 

Happy Diwali to All: सबसे पहले आप सभी रीवा रियासत डॉट कॉम (RewaRiyasat.Com) के पाठकगण और उनके परिवार को दिवाली (दीपावली) की हार्दिक शुभकामनाएं. आज 4 नवंबर को पूरे देश में बड़ी धूमधाम से दिवाली का त्योहार (Diwali Festival) मनाया जा रहा है. हिन्दू धर्म के लिए यह त्योहार बेहद ख़ास होता है. इस दिन लोग मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का पूजन करते हैं. प्रसाद बांटते हैं, मिठाइयां बाटते हैं एवं दिया- पटाखे जलाते हैं. लेकिन भारत में कुछ ऐसी जगहें भी हैं जहां इस त्योहार को नहीं मनाया जाता है.

इन जगहों पर नहीं मनाई जाती है दिवाली

दिवाली (दीपावली) भारत के लगभग सभी हिस्सों में धूमधाम से मनाया जाता है. यहां तक की विदेशो में भी इस त्योहार को मनाया जाता है. लेकिन भारत में कुछ स्थान ऐसे भी हैं, जहां दिवाली नहीं मनाई जाती. न ही मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा होती है और न ही दिया- पटाखे जलाते हैं. यह दिन उन जगहों के लिए एक आम दिन जैसा होता है. भारत में केरल राज्य ऐसा राज्य है जहां हर त्योहार को मनाया जाता है, लेकिन दिवाली नहीं मनाई जाती है. केरल राज्य में केवल कोच्चि में ही दिवाली मनाई जाती है. 

केरल के लोग क्यों नहीं मनाते दिवाली?

अब सबके मन में यह सवाल जरूर आता होगा कि जब केरल भारत का ही अंग है तो यहां दिवाली क्यों नहीं मनाई जाती है? इसके पीछे भी कई बड़े कारण है. केरल में राक्षस महाबली का राज होता था और यहां के लोग उसकी ही पूजा करते हैं. लोग दिवाली के दिन को राक्षस महाबली के हार का दिन मानते हैं. इस वजह से दिवाली नहीं मनाते और यह दिन उनके लिए आम दिन सा होता है.

हम सभी जानते हैं कि भगवान राम ने रावण पर विजय पाई थी और अपना वनवास खत्म कर अयोध्या वापस लौटे थे. इसकी वजह से भारत में कार्तिक मास की पूर्णिमा को दिवाली का त्योहार मनाया जाता है. 

केरल में दिवाली न मनाने की दूसरी एक और वजह भी है. दरअसल में केरल (Kerala) राज्य में हिन्दू धर्म के लोग कम हैं. इस वजह से भी राज्य में दिवाली की धूम धाम नहीं रहती है. तीसरी वजह यहां का मौसम है. केरल में इस समय बारिश होती है. जिसकी वजह से भी यहां पटाखे और दीये नहीं जलाए जाते हैं. 

राज्य में दिवाली न मनाने के पीछे एक कारण ओणम त्योहार भी माना जाता है. केरल में ओणम को बड़े धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है. ओणम यहां का मुख्य त्योहार है. यह दिवाली के ठीक माह भर पहले मनाया जाता है, जिसमें केरल वासी काफी पैसे खर्च कर देते हैं. इस वजह से वे दिवाली नहीं मना पाते हैं. 

केरल के साथ तमिलनाडु में भी एक ऐसी जगह है जहां लोग दिवाली नहीं मनाते हैं, बल्कि वहां पर लोग नरक चतुर्दर्शी मनाते हुए नजर आते हैं.

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