चाणक्य नीति: इन 4 स्वभाव वाली स्त्रियों से विवाह करना बढ़ा सकता है परेशानी

आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में मनुष्य को किस तरह से जीवन जीना चाहिए, किन-किन बातों का ख्याल रखना चाहिए, कैसा आचरण करना चाहिए, किन गुणों वाली स्त्रियों से विवाह करना चाहिए आदि विषयों पर बेहद ही रोचक ढंग से प्रकाश डाला हैं। आचार्य चाणक्य एक महान विद्वान, कुटनीतिज्ञ, राजनीतिज्ञ एवं शिक्षाविद् थे।

Update: 2021-03-26 21:39 GMT

आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में मनुष्य को किस तरह से जीवन जीना चाहिए, किन-किन बातों का ख्याल रखना चाहिए, कैसा आचरण करना चाहिए, किन गुणों वाली स्त्रियों से विवाह करना चाहिए आदि विषयों पर बेहद ही रोचक ढंग से प्रकाश डाला हैं। आचार्य चाणक्य एक महान विद्वान, कुटनीतिज्ञ, राजनीतिज्ञ एवं शिक्षाविद् थे।

चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र के माध्यम से विवाह, धन, जीवन में तरक्की, दोस्ती, दुश्मनी, धर्म, न्याय से जुड़ी सभी बातों का वर्णन किया है। ऐसे ही आचार्य ने अपने श्लोक के माध्यम से स्त्रियों के स्वभाव के बारे में भी बताया हैं। आचार्य कहते है कि पुरूष को शादी करने से पहले किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। किस स्वभाव वाली स्त्रियों से विवाह करना चाहिए। आचार्य कहते है कि अगर स्त्रियों में ये चार गुण हैं तो विवाह करने से पहले सौ बार सोचना चाहिए। नहीं तो जीवन में कई परेशानियों को झेलना पड़ सकता हैं। 

सुन्दरता

आचार्य कहते है कि पुरूष को स्त्री का सुन्दर रूप देखकर विवाह कदापि नहीं करना चाहिए। क्योंकि हो सकता है स्त्री का रूप भले ही सुन्दर हो, लेकिन उसका स्वभाव काला हो। अगर कोई पुरूष सुन्दरता देखकर विवाह करता है और उस स्त्री का स्वभाव काला हुआ तो जीवन में कई तरह से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं। इसलिए सुन्दर काया को देखकर कभी विवाह नहीं करना चाहिए।

संस्कार

आचार्य कहते है कि अच्छे संस्कार वाली स्त्री घर को स्वर्ग बना देती हैं। लेकिन जिसमें संस्कार की कमी होती है वह कलह का कारण बनती हैं। परिवार में तनाव का माहौल निर्मित करती हैं। इसलिए ऐसी स्त्री से विवाह करने से मनुष्य को बचना चाहिए।

नकारात्मक विचार

आचार्य का कहना है जो स्त्री नकारात्मक विचार से भरी हो वह परिवार में कभी सुख-शांति नहीं रहने देती हैं। जो स्त्रियों छोटी-छोटी बातों पर विवाद करती हैं और बात-बात में रिश्ता खत्म करने की बात करती हैं। ऐसी स्त्री से मनुष्य को दूर ही रहना चाहिए। क्योंकि पति-पत्नी के रिश्ते में तालमेल बेहद जरूरी हैं। और इस तरह की स्त्रियां पुरूष के लाख प्रयास के बाद भी तालमेल नहीं बैठा पाती है और परिवार में दुख का कारण बनती हैं।

लोभ स्त्रियां

चाणक्य कहते है कि जिन स्त्रियों में धन प्राप्त करने की बेहद लालसा हो उनसे बचना चाहिए। वह कहते है कि जिन स्त्रियों का स्वभाव लोभी होता है वह अच्छे एवं बुरे में अंतर नहीं समझती है। ऐसी महिलाएं खुलेहाथ से पैसे खर्च करती हैं। आचार्य का मानना है कि पैसे हमेशा सोच-समझकर ही खर्च करना चाहिए। क्योंकि जरूरत के समय इकट्ठा किया हुआ धन ही एक मित्र की तरह काम आता है। इसलिए धन की लोभी महिलाओं से सदैव दूरी बनाए रखने में ही भलाई है। 

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