Astrology: शंख रखने से वास्तुदोष होता है दूर, साथ ही माता लक्ष्मी की बरसती है कृपा, कई वैज्ञानिक फायदे भी, जानिए!

शंख रखने के कई फायदे है. जिन्हे आपको जानना चाहिए.

Update: 2021-10-31 12:00 GMT

शंख 

आमतौर पर पूजा के समय आचार्य द्वारा बजाये जाने वाला शंख पूजा तक ही सीमित नहीं है। इसे अगर घर में रखा जाय तो उसके भी कई फायदे हैं। कहा जाता है कि शंख घर में रखने से सभी प्रकार के वास्तुदोष दूर होते हैं तो वहीं पूजा स्थल में रखे शंख की प्रतिदिन विधि विधान से पूजा करने से माता लक्ष्मी और भगवान श्री विष्णु का आर्शीवाद प्राप्त होता है। शंख के सम्बंध में कई वैज्ञानिक फायदे भी बताए जा रहे हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि शंख का घर में होना कई रूपों में लाभप्रद है।

शंख की उत्पत्ति

वैदिक मान्यताओं के अनुसार शंख की उत्पत्ति सागर मंथन के समय हुआ था। कहा जाता है कि जब अमृत प्राप्त करने के लिए देव और दानवों ने मिलकर सागर मंथन किया था उस समय अमृत के पहले कई तत्व सागर के गर्भ से निकले। जिसमें से एक श्ांख भी है।

सागर मंथन से निकले शंख को दाहिनावर्ती शंख कहा गया। क्योकि उसका घुमाव दाहिनी ओर हेता है। सागर मंथन में निकले इस शंख को भगवान श्री विष्णु ने धारण कर लिया था और वह नारायण स्वारूप हो गया।

शंख की प्रतिदिन होती है पूजा

दाहिनावर्ती शंख की पूजा करने का विशेष महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि जिस घर में दाहिनावर्ती शंख होता है उस घर में माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा सदैव बनी रहती है। महाभारत युद्ध में प्रतिदिन युद्ध के प्रारंभ और समापन के समय शंख बजाया जाता था।

शंख को घर में रखने से वास्तु दूर होता है। वहीं शंख में जल भकर रखना और उसके पानी को घर में छिडकने से घर पवित्र होता है तो वहीं घर में मौजूद नकारात्मक उर्जा नष्ट हो जाती है। उस घर में जादू टोने का असर नही होता है।

कहा जाता है कि माता लक्ष्मी और शिवलिंग पर शंख से जलाभिषेक करने से दोनों ही देवता प्रसन्न होते हैं और मनोकामना पूरी होती है।

कई वैज्ञानिक फायदे भी

वहीं शंख के विषय में बताया गया है कि प्रतिदिन शंख बजाने से फेफडे़ से जुडी समस्या दूर होती है। वही स्वास सम्बंधी कई तरह के रोग नष्ट हो जाते हैं। साथ ही ह्दय रोग भी दूर रहता हैं। इसलिए व्यक्ति को प्रतिदिन पूजा के समय शंख अवश्य बजाना चाहिए।

शंख में भरे पानी को पीने को प्रतिदिन पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं। शंख में प्रकृतिक तौर पर कैल्शियम, फास्फोरस तथा गंधक प्राप्त होता है। जो शरीर को मजबूत करने के साथ ही निरोगी रखता है।

बताया गया है कि शंख में भरा हुआ जल बच्चों को पिलाना चाहिए। इस पानी को पीने से बच्चों की बौद्धिक क्षमता का पूर्ण विकास होता है। वहीं बच्चों की दुर्बलता कम होती है।

समुद्रो में मिलता है शंख

शंख समुद्रो में प्राप्त होता है। इस शंख का निर्माण समुद में पाया जाने वाल विशेष तरह का एक कीट करता है। समुद में बामवर्ती शंख ते आमतौर पर मिल जाता है। लेकिन दाहिना वर्ती शंख हजारों और लाखों में मिलता है।

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