अनिरुद्धाचार्य विवादों में: महिलाओं पर बयान ने बढ़ाई हलचल, अनिरुद्धाचार्य के आश्रम में जांच
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महिलाओं पर अपने बयान को लेकर विवादों में हैं. न्यूज 24 ने उनके वृंदावन स्थित आश्रम की पड़ताल की, जहां बुजुर्ग महिलाओं को अच्छी सुविधाएँ मिल रही हैं.;
अनिरुद्धाचार्य
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य विवादों में: महिलाओं पर दिए गए अपने बयान को लेकर कथावाचक अनिरुद्धाचार्य इन दिनों विवादों से घिरे हुए हैं. उनके बयान पर देशभर में हंगामा मचा हुआ है, और इस मुद्दे पर जमकर राजनीति भी हो रही है. कई लोगों ने कथावाचकों और उनके आश्रमों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस बढ़ते विवाद के बीच, अनिरुद्धाचार्य ने खुद मीडिया में आकर अपने बयान को लेकर माफी मांगी है और सफाई भी दी है. उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके बयानों को AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) जनरेटेड बताया जा रहा है और उन्हें तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है, ताकि उन्हें बदनाम किया जा सके.
आश्रम की पड़ताल: 'गौरी गोपाल आश्रम' में मिल रही सुख-सुविधाएं
अनिरुद्धाचार्य का आश्रम कहां है? विवादों के बीच, न्यूज 24 की एक टीम खुद अनिरुद्धाचार्य के वृंदावन स्थित गौरी गोपाल आश्रम में पहुंची, ताकि वहां महिलाओं के रहने की स्थितियों की जांच की जा सके. संवाददाता जब आश्रम के बड़े हॉल में पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि वहां कई बुजुर्ग महिलाएं शांतिपूर्वक बैठी थीं. हर महिला के लिए अलग बेड की व्यवस्था की गई थी. उनके बेड के पास उनकी दवाएं, पानी और जरूरत का अन्य सामान करीने से रखा हुआ था, जो आश्रम में मिलने वाली सुविधाओं को दर्शाता है.
आश्रम में आराम से रह रही हैं महिलाएं: 2 से 10 साल का अनुभव
अनिरुद्धाचार्य के आश्रम में महिलाएं क्यों रहती हैं? न्यूज 24 के संवाददाताओं से बात करने पर महिलाओं ने बताया कि उनका आश्रम में जीवन बेहद आराम से चल रहा है. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि उन्हें समय पर खाना मिलता है और अन्य सभी आवश्यक सामान भी उपलब्ध कराए जाते हैं. आश्रम में रह रही अधिकांश महिलाओं के परिवार में कोई नहीं है या उनके परिवारजनों ने उन्हें छोड़ दिया है. ये महिलाएं यहां 2 साल से लेकर 10 साल तक की लंबी अवधि से रह रही हैं, जो आश्रम के प्रति उनके भरोसे और संतुष्टि को दर्शाता है.
ये महिलाएं इंदौर, लखनऊ, बिहार, छत्तीसगढ़ सहित देश के अलग-अलग राज्यों से यहां पहुंची हैं. इंदौर से आई एक महिला ने अपनी कहानी साझा करते हुए बताया कि उनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं. बच्चों की शादी होने के बाद, जब उन्होंने उन्हें अपने साथ रखने से इनकार कर दिया, तो उनके पड़ोस की एक मुस्लिम महिला सायरा ने उन्हें गौरी गोपाल आश्रम तक पहुंचाया. यह कहानी आश्रम की सामाजिक भूमिका को भी उजागर करती है, जहां बेसहारा महिलाओं को सहारा मिलता है.
विवादों के बीच अनिरुद्धाचार्य की सफाई
अनिरुद्धाचार्य ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों और विवादों को लेकर सफाई देते हुए कहा है कि उनके बयानों को संदर्भ से बाहर निकालकर गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है. उनका दावा है कि उनका इरादा कभी भी किसी का अपमान करना नहीं था, और उनके बयान को गलत समझा गया है. उन्होंने कहा कि वे समाज में प्रेम और भक्ति का संदेश फैलाते हैं, और किसी भी विवाद से दूर रहना चाहते हैं. हालांकि, उनके बयान पर राजनीति जारी है और यह देखना बाकी है कि यह विवाद कब शांत होता है.