आचार्य चाणक्य कहते हैं: कुत्ते से सीखें यह चार बातें, जीवन में आएँगी खुशियां

चाणक्य नीति की बातें शताब्दियों पहले लिखी गयी थी लेकिन आज भी उनकी बातें उतनी ही प्रासंगिक हैं।

Update: 2022-04-07 05:02 GMT

चाणक्य नीति: राजनीति शास्त्र के साथ ही कई विधाओं के जानकार आचार्य चाणक्य कहते हैं कि हमें अपने कुत्ते से 4 तरह की बातें सीखनी चाहिए। यह चार प्रमुख बातें ऐसी है जो आपके जीवन को सुखमय बना सकती हैं। आवश्यकता है तो सिर्फ इन बातों पर कठोरता के साथ अमल करने की। जीवन में अगर व्यक्ति को आगे बढ़ना है तो उसे अपने आसपास के लोगों से अच्छी शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए।

कौन सी है चार बातें

आचार्य कहते हैं कि कुत्ते से हमें 4 तरह की बातें सीखनी चाहिए। उन्होंने अपने एक स्लोक के माध्यम से कहा है कि ''बह्वसशी स्वल्प संतुष्टः सुनिद्रा लघुचेतसः, स्वाम्भिक्तश्च शूरश्च षडेते श्वानों गुणाः''अगर इस श्लोक के अर्थ पर हम गौर करते हैं तो 4 तरह की सीख निकल कर सामने आती है। जो वास्तव में जीवन में अपनाने के लिए सर्वथा उपयुक्त है।

पहली सीख

कहा गया है कि कुत्ते की तरह हमें खाने-पीने के मामले में संतोषी होना चाहिए। स्वाद के पीछे भागता है और उसे तरह-तरह के कष्टों का सामना करना पड़ता है। वहीं कुत्ता उसे दिन भर में जितना भोजन मिल जाए उसी से संतुष्ट रहता है। वह इसके लिए न तो अपने मालिक से विरोध करता है और न ही अपने मालिक को काटता है या कार्य में लापरवाही करता है।

दूसरी सीख

कहा गया है कि जिस व्यक्ति को जीवन में कुछ करना है तो उसे कठिन परिश्रम करना होता है। इसके लिए सबसे अधिक आवश्यक है कि वह कम से कम सोए। जिस तरह कुत्ता कम सोता है थोड़ी सी आहट मिलने पर जग जाता है बिल्कुल इसी तरह व्यक्ति का गुण होना चाहिए।

तीसरी सीख

कहा गया है कि व्यक्ति को कुत्ते की तरह अपने मालिक के प्रति वफादार होना चाहिए। मालिक का दिया हुआ जितना भी मिलता है उसी को खाकर कुत्ता संतुष्ट रहता है और अपने मालिक के प्रति कभी भी वफादारी करना नहीं छोड़ता। इसी तरह व्यक्ति का स्वभाव होना चाहिए। इस स्वभाव को आत्मसात करने वाले व्यक्ति अवश्य ही सफल होते हैं।

चौथी सीख

व्यक्ति को हर परिस्थिति में निडर होकर खड़े रहना चाहिए। खास तौर पर विपरीत परिस्थितियों में सामने आना व्यक्ति की अलग छवि प्रदर्शित करता है। कुत्ते में यह प्रकृति आप सब लोगों ने देखी होगी। किसी भी स्थिति में वह निडरता के साथ सबसे पहले निकलकर खड़ा हो जाता है।

कहा गया है कि अगर कुत्ते की इन बातों पर अमल किया जाए तो व्यक्ति का जीवन अवश्य ही सुखमय और सम्मानजनक व्यतीत होता है। कहने के लिए तो कुत्ता एक जानवर है लेकिन वह भी अपने क्रियाकलापों से अपने आप को विशेष बनाता है। अगर कुत्ते के विशेष गुणों पर अमल किया जाए तो अवश्य ही व्यक्ति अपनी पहचान बनाने में सफल होगा।

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