रीवा: किसानों के भुगतान के लिए 10 घंटों तक कार्यालय में अड़े रहें BJP विधायक, भुगतान प्रक्रिया शुरू, कैशियर गिरफ्तार

Get Latest Hindi News, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, Today News in Hindi, Breaking News, Hindi News - Rewa Riyasat

Update: 2021-02-16 06:07 GMT

संयुक्त आयुक्त सहकारिता, जिले के गौरी सेवा सहकारी समिति पर किसानों का तीन करोड़ रुपए का नहीं हो रहा भुगतान

रीवा. सेवा सहकारी बचत बैंकों और खरीद केन्द्रों पर समर्थन मूल्य का भुगतान नहीं होने से नाराज भाजपा विधायक संयुक्त आयुक्त सहकारिता के दफ्तर में दस घंटे से अधिक बैठे रहे। आखिकार विधायक के अड़े रहने के बाद जिम्मेदार जागे। संयुक्त आयुक्त के कार्यालय में दोपहर एक बजे से लेकर 11.20 बजे रात तक कार्रवाई पर अड़े रहे। आला अफसरों के हस्तक्षेप पर देररात पुलिस सक्रिय हुई और आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर कैशियर से पूछताक्ष शुरू कर दी है।

कैशियर गिरफ्तार होने की सूचना के बाद हटे विधायक जिले के सेवा सहकारी बचत बैंक गौरी में किसानों ने बचत के तीन करोड़ रुपए जमा किए हैं। एक साल से किसानों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। किसानों की सूचना पर विधायक मऊगंज प्रदीप पटेल ने पहले प्रदर्शन किया। बात नहीं बनी तो वह एक सप्प्ताह बाद जिला मुख्यालय पर संयुक्त आयुक्त यानी जेआर दफ्तर में दोपहर एक बजे पहुचं गए। विधयाक ने कहा जब तक किसानों का पैसा नहीं मिलेगा तब तक दफ्तार से नहीं उठेंगे। विधायक ने ऐसा ही किया, रात 11.20 बजे तक बैठे रहे जब तक कैशियर राधारमण मिश्र की गिरफ्तारी की सूचना नहीं मिली। विधायक के हठ पर सहकारिता विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सक्रिय हुए। जेआर पीके सिद्धार्थ ने विधायक को दिए गए आश्वासन के अनुसार दूसरे दिन किसानों के भुगतान की प्रकिया शुरू कर दी है।

बर्खास्त सहायक प्रबंधक फरार जेआर के निर्देश पर प्रभारी शाखा प्रबंधक ने गौरी के सहायक प्रबंधक चंद्रिका प्रसाद तिवार और राधारमण मिश्र के खिलाफ पुलिस को तहरीर देकर प्रकरण दर्ज कराया है। बताया गया कि बर्खास्त सहायक प्रबंधक कैशियर का पिता है। बाप-बेटे की करतूत से सैकड़ो की संख्या में किसान परेशान हैं।

किसानों में जश्न का माहौल विधायक के आंदोलन के बाद किसानों को बचत पैसे मिलने की उम्मीद जग गई है। बैंक कर्मचारियों के खिलाफ हुई कार्रवाई से किसान खासे गदगद हैं। किसानों ने विधायक के इस निर्णय को स्वागत किया और गांव में जश्न मना रहे हैं।

डीआर कुर्सी छोड़ भागे..... उपायुक्त सहकारिता पीआर कावडक़र मंगलवार को ही कार्यालय ज्वाइन किए थे, ज्वाइन करने के बाद डीआर कर्मचारियों से औपचारिक परिचय ही कर रहे थे कि इस बीच विधायक किसानों के साथ पहुंचे। विधायक ने जैसे ही किसानों की समस्या बताई कि डीआर ने एक सिरे से कहा, यह मामला हमारे स्तर का नहीं, भुगतान के लिए कर्मचारी खुद जिम्मेदार हैं। विधायक जेआर कार्यालय पहुंचे। मामले में जेआर ने डीआर को विधायक के सामने आने को कहा तो वे कार्यालय छोड़ कर चले गए। कर्मचारियों के पूछने पर बताया कि वह कार्यालय में नहीं हैं।

Similar News