भारत में गरीबी का हाल: 15% आबादी महीने का 5 हज़ार भी नहीं कमाती, 1% अमीरों के पास 22 फीसदी राष्टीय आय है

भारत में गरीबी का हाल 2022: देश के टॉप 1% अमीर लोग राष्ट्रीय आय का 22% होल्ड करते हैं जबकि देश की 15% आबादी महीने का 5 हज़ार रुपए भी नहीं कमा पाती है

Update: 2022-05-26 08:16 GMT

भारत में गरीबी का आलम: भारत एक "एक संपन्न अभिजात वर्ग के साथ एक गरीब और बहुत असमान देश" के रूप में खड़ा है, जहां टॉप 10% अमीर लोगों के पास राष्ट्रीय आय का कुल 57% हिस्सा है और उसमे भी टॉप 1% लोगों के पास राष्ट्रीय आय का 22% हिस्सा है. वहीं, नीचे के 50% आबादी के पास सिर्फ 13% राष्ट्रीय आय है. यह आंकड़े भारत में अमीरी और गरीबी की सच्चाई बयां करते हैं.  

जो 25 हज़ार से ज़्यादा कमाते हैं वो आबादी का 10% हिस्सा ही है 

PLFS  2019-20 की रिपोर्ट के अनुसार यह मालूम हुआ है कि देश में  25,000 की मंथली सैलरी पाने वाले लोग देश की सिर्फ 10% आबादी का हिस्सा है मतलब बाकी 90% आबादी एक महीने में 25 हज़ार रुपए भी नहीं कमा पाती है. रिपोर्ट के अनुसार देश के टॉप एक फीसदी लोगों के पास राष्ट्रीय आय का 5 से 7 प्रतिशत हिस्सा है, जबकि लगभग 15 प्रतिशत कामकाजी आबादी 5,000 रुपये प्रति माह से भी कम कमाती है।

भारत के किस शहर में सबसे ज़्यादा अमीर लोग रहते हैं 

NFHS-5 के अनुसार, चंडीगढ़ में भारत में सबसे अधिक धनी लोग रहते हैं। चंडीगढ़ में 79% आबादी सबसे अधिक संपत्ति क्विंटल में आती है, इसके बाद दिल्ली में देश के सबसे अमीर लोग 68 प्रतिशत के साथ रहते हैं और पूरे पंजाब में 61 प्रतिशत अमीर लोग रहते हैं. जबकि केरल में 40% सबसे अमीर लोग हैं. सबसे कम संपत्ति वाले क्विंटल में सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य झारखंड 46 फीसदी, बिहार 43 फीसदी और असम 38 फीसदी हैं।



Similar News