अप्रैल महीने में भाजपा को लगेगा एक और झटका, एक सीट का हो सकता है नुकसान : MP NEWS

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Update: 2021-02-16 06:12 GMT

भोपाल. मध्यप्रदेश की सियासत में एक बार फिर से सियासी हलचलें देखने को मिल सकती हैं। मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस का अगला मिशन अप्रैल 2020 है। दरअसल, 9 अप्रैल 2020 को मध्यप्रदेश की 3 राज्यसभा सीटें खाली हो रही हैं। इन सीटों को लेकर अभी से सियासत गर्म होती दिखाई दे रही है।

कौन-कौन सी सीटें खाली हो रही हैं मध्यप्रदेश की तीन राज्यसभा सीटें अप्रैल में खाली हो रही हैं। इन सीटों में से दो भाजपा की हैं जबकि एक कांग्रेस की। भाजपा के डॉ सत्यनारायण जाटिया और प्रभात झा का कार्यकाल पूरा हो रहा है। वहीं, कांग्रेस की ओर से मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दग्विजय सिंह का कार्यकाल पूरा हो रहो रहा है। ऐसे में दोनों ही दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।

क्या है राज्यसभा पहुंचने का गणित राज्यसभा सदस्यों के चुनाव में एक प्रत्याशी को जीतने के लिए कम से कम 58 विधायकों के वोटों की जरूरत है। 2018 के विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। जबकि कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं। भाजपा के पास 107 विधायक हैं। सपा, बसपा और निर्दलीय के सहारे कमलनाथ की सरकार चल रही है। ऐसे में भाजपा के पास अपने दो नेताओं को राज्यसभा भेजने के लिए पर्याप्त संख्याबल नहीं है।

कौन होगा उम्मीदवार सत्यनारायण जाटिया, प्रभात झा का कार्यकाल एक साथ समाप्त होने से भाजपा के पास सबसे बड़ी चुनौती यह है कि आखिर राज्यसभा किसे भेजा जाए। वहीं, कांग्रेस को लेकर कहा जा रहा है कि कांग्रेस एक बार फिर से दिग्विजय सिंह को राज्यसभा भेज सकती है। विधानसभा में कांग्रेस की स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि मध्यप्रदेश में राज्यसभा की सीटों पर इस बार दो सीटों पर कांग्रेस की जीत हो सकती है क्योंकि कांग्रेस के पास संख्या बल है।

भाजपा को नुकसान राज्यसभा चुनाव में इस बार भाजपा को नुकसान हो सकता है। जहां भाजपा की दो सीटें खाली हो रही हैं वहीं, उसे एक सीट मिलती हुई दिखाई दे रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को फायदा होगा।

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