School and College Reopen In MP : 26 जुलाई से खुलेंगे स्कूल,1 अगस्त से कॉलेज, तैयारी में जुटी सरकार

School and College Reopen In MP News : कोरोना की वजह से स्कूलों का बुरा हाल हैं। प्रदेश सरकार के मुखिया सीएम शिवराज सिंह (CM Shivraj Singh)  ने 26 जुलाई से स्कूल तथा 1 अगस्त से कालेज खोलने की ओर विचार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाले समय में सब ठीकठाक रहा तो निश्चित किये गये दिनांकों को विद्यालय खोल दिये जायेंगे। अभी इस पर अंतिम निर्णय लेना बाकी है। सारी गतिविधि कोरोना के आ रहे मामलों को देखते हुए संचालित की जायेंगी।

Update: 2021-07-15 10:43 GMT

School and College Reopen In MP News : कोरोना की वजह से स्कूलों का बुरा हाल हैं। प्रदेश सरकार के मुखिया सीएम शिवराज सिंह (CM Shivraj Singh)  ने 26 जुलाई से स्कूल तथा 1 अगस्त से कालेज खोलने की ओर विचार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाले समय में सब ठीकठाक रहा तो निश्चित किये गये दिनांकों को विद्यालय खोल दिये जायेंगे। अभी इस पर अंतिम निर्णय लेना बाकी है। सारी गतिविधि कोरोना के आ रहे मामलों को देखते हुए संचालित की जायेंगी।

स्कूल खोलने सीएम ने क्या कहा 

विद्या भारती मध्यक्षेत्र शैक्षिक शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान के भवन लोकार्पण समारोह में पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कोरोना की तीसरी लहर पर नजर रख रहे हैं। 26 जुलाई से 11वीं और 12वीं के स्कूल खोलने पर विचार किया जा रहा है। अगर विद्यालय खोले जाते हैं तो 50 प्रतिशत संख्या के साथ संचालित किया जायेगा। 

पचास प्रतिशत आधे बच्चे एक दिन आएं तो वही आधे बच्चे दूसरे दिन स्कूल आयेंगे। 1 अगस्त से कॉलेज भी खोल सकते हैं। 15 अगस्त तक सब ठीक-ठाक रहा तो छोटी क्लास के स्कूल भी खोले जाने पर विचार करेंगे।

छात्रों का भविष्य हो रहा चौपट

विद्यालय बंद हैं। ऐसे में छात्रों का भविष्य चौपट हो रहा है। स्कूलों द्वारा आनलाइन क्लास संचालित किये जा रहे हैं। लेकिन इससे ठीक ढंग से पढ़ाई नहीं हो पा रही हैं। आनलाइन क्लास से न तो बच्चों के अभिभावक संतुष्ट हैं और न ही शिक्षक। लेकिन कोरोना जैसी आपदा में किया भी क्या जा सकता है। बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति चिंता रते हुए प्रदेश के मुखिया का निर्णय सराहनीय है। 

निजी विद्यायल संचालक परेशान

स्कूल बंद होने से सबसे ज्यादा असर निजी सकूल संचालकों की आय पर पड रहा है। स्कूल की ओर से आनलाइन क्लास तो संचलित किये जा रहे हैं लेकिन बच्चों के परिजन समय पर फीस नही जमा कर रहे हैं। हालत यह है कि विद्यालय संचालकों के पास शिक्षकों को बेतन देने तथा बिजली आदि का बिल जमा करने के लिए भी पैसे नहीं है। उन्हे कर्ज लेना पड़ रहा है। 

हडताल कर चुके हैं निजी स्कूल संचालक

वहीं कर्ज के बोझ तले निजी स्कूल संचालकों की कमर टूट गई है। हाल के दिनों में निजी स्कूल संचालक संगठन के बैनर तले आंदोलन कर सरकार से स्कूल खोलने और फीस से सम्बंधित मांग कर रहे थे।

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