सतना: अपराधियों की धरपकड़ करने वाला पुलिस अफसर खुद पुलिस से बचने भाग रहा, जानिए मामला
अपराधियों पर नकेल कसने के लिए तेज तर्राट पुलिस अफसर गैर इरादतन हत्या के आरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद से लगातार फरार चल रहे हैं।
सतना: अपराधियों की धरपकड़ करने वाला पुलिस अफसर खुद पुलिस से बचने भाग रहा, जानिए मामला
सतना। कभी अपराधियों पर नकेल कसने के लिए तेज तर्राट पुलिस अफसर गैर इरादतन हत्या के आरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद से लगातार फरार चल रहे हैं। जिसे पकड़ने के लिए अन्य राज्यों में पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह द्वारा गठित पुलिस टीम द्वारा कटिहार, पटना, सुल्तानपुर, बनारस, सागर, दमोह व अन्य जगहों पर छापेमारी कर निलंबित थाना प्रभारी विक्रम पाठक और आरक्षक आशीष सिंह की तलाश की गई लेकिन अभी गिरफ्तारी वारंट को तामील नहीं कराया जा सका है।
दोनों पुलिस अफसर पुलिस से बचते फिर रहे हैं। पुलिस द्वारा फरारी पंचनामा पेश किये जाने के उपरांत अदालत ने दोनों के विरुद्ध धारा 82 सीआरपीसी के तहत फरारी की उद्घोषणा जारी की थी एवं आरोपीगण को उपस्थित होने हेतु एक महीने का समय दिया गया। उद्घोषणा की तामीली हेतु जारी उद्घोषणा को न्यायालय, आरोपीगण के घर, बस स्टैण्ड एवं अन्य स्थानों पर चस्पा किया गया है। इसके बावजूद आरोपीगण न तो माननीय न्यायालय में उपस्थित हो सके और न ही विवेचना अधिकारी के समक्ष आये।
कुर्की के आदेश
फरार आरक्षक आशीष सिंह की ग्राम मोहनिया हल्का नौगांव तहसील मैहर जिला सतना में स्थित आराजी को माननीय न्यायालय नागौद द्वारा कुर्क करने का आदेश दिया गया है। उक्त आरोपीगण को माननीय न्यायालय द्वारा उद्घोषित फरार आरोपी भी घोषित किया गया है। वहीं फरार थाना प्रभारी विक्रम पाठक के खाता को फ्रीज कर उपलब्ध रुपये लगभग 80000 को कुर्क किया गया है।
इतना घोषित है ईनाम
विदित हो कि आरोपियों पर पुलिस अधीक्षक सतना द्वारा एक एसआईटी टीम गठित कर 5000-5000 रुपये का ईनाम भी घोषित किया गया था। इसके अलावा पुलिस उपमहानिरीक्षक रीवा जोन रीवा द्वारा 20000-20000 रुपये का ईनाम भी घोषित किया गया है।