MP NEWS : जूनियर डॉक्टरों ने ओपीडी के बाहर गाड़ा तम्बू, किया संकेतिक हड़ताल

एमपी (MP NEWS) : प्रदेश सहित रीवा के जूनियर डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर गुरुवार से सांकेतिक हड़ताल पर चले गए। हालांकि मरीजों के इलाज में कोई दिक्कत न हो इसको लेकर डॉक्टरों ने अस्पताल परिसर में ही समानांतर ओपीडी चलाई है। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरविंद मीणा ने कहना है कि हम कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मरीजों के हित में हड़ताल नहीं करना चाहते, लेकिन सरकार मरीजों के साथ ही डॉक्टरों की सुविधाओं को लेकर उदासीन बनी हुई। जिसके चलते यह कदम उठाना पड़ा। 

Update: 2021-04-08 14:00 GMT

एमपी (MP NEWS) : प्रदेश सहित रीवा के जूनियर डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर गुरुवार से सांकेतिक हड़ताल पर चले गए। हालांकि मरीजों के इलाज में कोई दिक्कत न हो इसको लेकर डॉक्टरों ने अस्पताल परिसर में ही समानांतर ओपीडी चलाई है। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरविंद मीणा ने कहना है कि हम कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मरीजों के हित में हड़ताल नहीं करना चाहते, लेकिन सरकार मरीजों के साथ ही डॉक्टरों की सुविधाओं को लेकर उदासीन बनी हुई। जिसके चलते यह कदम उठाना पड़ा। 

मीणा ने कहा कि हमें चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने 12 अप्रैल को मिलने का समय दिया है। तब तक सांकेतिक हड़ताल जारी रहेगी। यदि हमारी मांगों को लेकर सहमति नहीं बनी तो फिर हम 13 अप्रैल से इमरजेंसी सेवा और कोविड मरीजों का इलाज बंद कर देंगे। इसके लिए पूरी तरह से सरकार जिम्मेदार होगी।

ये है मांगे

अस्पताल में मरीजों के लिये बेड बढ़ाये जाये। उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री ने कोरोना वारियर को 10 हजार रुपए प्रतिमाह सम्मान निधि देने का वादा किया था, एक साल बाद भी कोरोना वारियर को राशि नहीं मिली। इसे दिया जाय। जूनियर डॉक्टरों के मानदेय में 6 प्रतिशत की वृद्धि की जाये।

स्पेशलिटी करने आए कोरोना वॉरियर अपनी पढ़ाई छोड़ कर मरीजों का इलाज करने में जुटे हुए है। एक वर्ष से ना तो कुछ सीख-पढ़ पा रहे ना ही रिसर्च कर पा रहे। उनकी सरकार पूरी फीस माफ करें। कोरोना मरीजों के इलाज में सेवा देने वाले जूनियर डॉक्टरों की सेवा को सरकार बॉन्ड के तहत गांव में एक साल की सेवा देने के बराबर माने।

Similar News