Sawan 2021 : अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए सावन में महिलाओं को हर दिन करना चाहिए यह काम, दूर होंगे सारे कष्ट
Sawan 2021 : सावन महीने की शुरूआत हो चुकी हैं। इस माह का दूसरा सोमवार जल्द ही आने वाला हैं। वैसे सावन का हर दिन शुभ होता है। लेकिन सोमवार के दिन को अति उत्तम माना गया हैं।
Sawan 2021 : सावन महीने की शुरूआत हो चुकी हैं। इस माह का दूसरा सोमवार जल्द ही आने वाला हैं। वैसे सावन का हर दिन शुभ होता है। लेकिन सोमवार के दिन को अति उत्तम माना गया हैं। सावन का महीना भगवान शिव एवं माता पार्वती को समर्पित हैं। मान्यता है कि इस माह में इनकी आराधना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती हैं।
वैवाहिक परेशानियां होती है दूर
पौराणिक कथाओं की माने तो माता पार्वती की कठिन तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान भोलेनाथ सावन महीने में ही विवाह के लिए राजी हुए थे। इसलिए यह माह भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती को अत्यंत प्रिय है। इस माह में सुहागिन महिलाएं विधि-विधान से पूजन-अर्चना करती हैं तो उन्हें विशेष फल की प्राप्ति होती हैं। उनके पति की आयु दीर्घायु होती है। इसलिए वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाए रखने के लिए सुहागिन महिलाओं को सावन महीने में हर दिन यह 6 काम जरूर करना चाहिए।
यह करें काम
वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने के लिए महिलाएं व पुरूष सुबह-सुबह स्नान करके शिव लिंग पर जल अर्पित करें। इसके बाद ही कुछ ग्रहण करें। महीने भर इस प्रक्रिया को करने से मां पार्वती एवं भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्ति होती है।
हरी चूडि़यां का करें श्रृंगार
महिलाओं के श्रृंगार में चूडि़यों का बहुत महत्व है। सावन मास में हरी चूडि़यां महिलाओं को धारण करना चाहिए। मान्यता है कि हरी चूडि़यां माता पार्वती को अति प्रिय है इससे वह प्रसन्न होती है।
अखण्ड सौभाग्य
सावन महीने में अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए महिलाओं को सुहाग का सामान मां पार्वती को अर्पित करना चाहिए। तथा इसे दान करना चाहिए। ऐसा करने से पति की आयु में वृद्धि होती है।
मेंहदी लगाए
सावन महीने में मेंहदी महिलाओं को जरूर लगनी चाहिए। यह बेहद शुभ माना जाता है। वैसे भी मेंहदी सुहाग की निशानी होती है।
गाए भोलेबाबा के भजन
भगवान शिव को देवों के देव महादेव कहा जाता हैं। वह शीघ्र प्रसन्न होते हैं। ऐसे में सावन के महीने में भोलेबाबा के भजन गाकर उन्हें प्रसन्न किया जा सकता हैं। कहा जाता है कि भगवान भोलेबाबा को खुश देखकर मां पार्वती भी अति प्रसन्न होती है। इससे दोनों की कृपा भक्तों पर बरसती है।
क्रोध से बचे
मान्यता है कि सावन महीने में वाद-विवाद करने से बचना चाहिए। इस महीने भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए। क्योंकि सावन महीना आनंद का महीना है। इसलिए जब भी क्रोध आए तो ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।