chanakya niti : सेहतमंद जीवनशैली के लिए इन बातों का रखे ध्यान, पढ़ें क्या कहती है चाणक्य नीति

chanakya niti : इस बात से तो सभी वाकिफ है कि अच्छी सेहत स्वस्थ्य जीवनशैली में है। लेकिन आज-कल की भागदौड़ भरी लाइफ में आराम कम तनाव ज्यादा रहता हैं।

Update: 2021-08-02 10:31 GMT

chanakya niti : इस बात से तो सभी वाकिफ है कि अच्छी सेहत स्वस्थ्य जीवनशैली में है। लेकिन आज-कल की भागदौड़ भरी लाइफ में आराम कम तनाव ज्यादा रहता हैं। नतीजा इसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है।

आचार्य चाणक्य अपने समय के महान ज्ञाता थे। उन्होंने मनुष्य के जीवनशैली पर पूर्ण रूप से प्रकाश डाला हैं। उनकी बताई गई बातें आज भी कारगर हैं। आचार्य ने शिक्षा, धन, व्यवहार आदि सभी विषयों का उल्लेख अपने नीति शास्त्र में किया हैं। जिसे लोग आज भी पढ़ना पसंद करते हैं।

कहा जाता है कि आचर्य द्वारा बताई गई बातों को अगर मनुष्य जीवन में फालो करें तो वह हर तरह से सुखी रह सकता हैं। फिर चाहे स्वास्थ्य ही क्यों न हो। आचार्य ने स्वास्थ्य को लेकर कहा है कि यह जीवन की सबसे बड़ी कुंजी है। अगर इंसान स्वास्थ्य है तो किसी भी मुश्किल का सामना कर सकता है। इसलिए सेहत पर ध्यान देना बेहद जरूरी हैं। वैसे भी कहा जाता है कि अच्छी सेहत सफलता की कुंजी हैं। जो हमारे खान-पान पर बहुत निर्भर करती हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं आचार्य चाणक्य के अनुसार मनुष्य को स्वास्थ्य रहने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। 

आचार्य का मत है कि भोजन न पचने पर पिया गया पानी औषधि के समान है। पानी हमेशा खाना खाने के एक-दो घंटे बाद पीना चाहिए। यह शरीर के लिए फायदेमंद है। जबकि खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीना जहर के समान है। 

इसी तरह आचार्य ने भोजन को लेकर कहा है कि कच्चे अनाज की अपेक्षा पीसा हुआ अनाज बेहद फायदेमंद है। पीसे हुए अनाज की तुलना में दूध, दूध से 10 गुना पौष्टिक मांस होता है, जबकि मांस से 10 गुना फायदेमंद घी होता है।

इस प्रकार आचार्य ने कहा कि गिलोय में सभी प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं। जबकि भोजन से बड़ा कोई सुख नहीं, इसी तरह सभी इंद्रियों में आंख प्रधान है, आंख में मस्तिष्क प्रधान है। 

आचार्य का मत है कि स्वास्थ्य शरीर के लिए हफ्ते में शरीर की एक बार मालिश जरूर करें। इससे शरीर के छिद्र खुल जाते है और गंदगी बाहर निकल जाती है। इसलिए मालिश के बाद स्नान जरूर करना चाहिए। 

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