जवान ने कहा: दूसरा पान सिंह तोमर बनाने में मजबूर न करें 'कमलनाथ', मुझे बन्दूक चलाने की ट्रेनिंग भी नहीं लेनी पड़ेगी

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Update: 2021-02-16 06:09 GMT

भोपाल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जम्मू-कश्मीर में तैनात भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान अमित सिंह के परिवार के साथ हुई मारपीट की जांच के आदेश दिए हैं। गौरतलब है कि इस जवान के परिवार के साथ हाल ही में खंडवा के हनुमंतिया बांध पर मौजूद स्टाफ़ व सुरक्षाकर्मियों द्वारा कथित तौर पर मारपीट की गई थी।

अमित के भाई अतुल सिंह ने बताया कि 16 अगस्त को वह अपने परिवार सहित हनुवंतिया पर्यटन केन्द्र गए थे। उनके साथ परिवार की महिलायें और बच्चे भी थे जिनमें एक बच्चा छह माह का और एक नौ माह का है। इन बच्चों के लिये दूध की बोतल ले जाने से सुरक्षा गार्ड ने रोक दिया। इस पर कहासुनी हुई। उन्होंने कहा कि इसके बाद सुरक्षा गार्ड ने अपने 20 से 25 साथियों को बुला लिया और पत्थर और बीयर की बोतलों से मुझ पर एवं मेरे भाई विपुल पर पत्थर और बीयर की बोतलों से वार किया जिससे मेरे आंख में चोट आई है और विपुल के पैर में फ्रैक्चर हो गया है।

अतुल ने बताया कि इन लोगों ने महिलाओं के साथ बदसलूकी भी की। अपने परिवार के लोगों के साथ मारपीट किये जाने एवं पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई न करने के व्यथित होकर जम्मू कश्मीर में तैनात जवान अमित सिंह ने फेसबुक पर पोस्ट में लिखा, ‘‘मध्य प्रदेश सरकार खंडवा जिले के हनुवंतिया टूरिस्ट कॉम्लेक्स वाले हादसे पर उनके परिजन और भाई के साथ न्याय करे और एक नया (डाकू) पान सिंह तोमर बनने के लिए मजबूर नहीं करे।

मुझे बंदूक चलाने की ट्रेनिंग नहीं लेनी पड़ेगी।’’ कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने रविवार को बताया कि जवान अमित सिंह ने फ़ेसबुक पर लिखी पोस्ट में मध्यप्रदेश सरकार से न्याय दिलाने मांग की थी, जिस पर मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेते हुए यह क़दम उठाया है। मुख्यमंत्री ने खंडवा ज़िला प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा, ‘‘जवान अमित सिंह के परिवार के साथ हुई घटना की निष्पक्ष जाँच हो। किसी के साथ भी अन्याय ना हो। किसी निर्दोष पर कोई ग़लत कार्यवाही ना हो।जो भी कार्यवाही हो, निष्पक्ष जाँच के उपरांत ही हो।’’

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