इंदौर में लव जिहाद फंडिंग: कांग्रेस पार्षद अनवर डकैत पर 19 आपराधिक केस, पुलिस ने ईनामी वांटेड घोषित किया
इंदौर में लव जिहाद के लिए फंडिंग के आरोपी कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत पर 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं। मुख्यमंत्री ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।;
मध्य प्रदेश के इंदौर में लव जिहाद के लिए फंडिंग करने के आरोपी कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ़ अनवर डकैत का आपराधिक रिकॉर्ड काफी लंबा है। उस पर जानलेवा हमला, डकैती, बलवा, अवैध हथियार रखना, जमीन पर कब्जा और मारपीट जैसे कुल 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं। अनवर 2011 में एक साल की जेल की सजा भी काट चुका है। फिलहाल वह लव जिहाद के लिए फंडिंग के मामले में फरार है। आरोप है कि उसने मुस्लिम लड़कों को तीन लाख रुपए देकर हिंदू लड़कियों से शादी करने और फिर उन्हें देह व्यापार में धकेलने के लिए उकसाया था।
पुलिस ने इनाम घोषित किया
पुलिस ने अनवर पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है और उसकी तलाश में कई टीमें छापे मार रही हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस मामले में पुलिस को सख्त कार्रवाई करने की खुली छूट दी है। दूसरी ओर, कांग्रेस इसे राजनीतिक साजिश करार दे रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को इंदौर में कहा था, "अय्याशी कांग्रेस करती है। कांग्रेस के लोगों के रिकॉर्ड इस बात के गवाह हैं। उनके सारे नेता जमानत पर हैं। वे क्या कर रहे हैं, ये कोई छुपी बात नहीं है। कांग्रेस को समझ लेना चाहिए कि बीजेपी के लोग जनता के प्रति जवाबदार हैं। हम अपनी सरकार को जवाबदेही के साथ चलाना जानते हैं। हमारे राज्य में जो भी कानून तोड़ेगा, उससे कैसे निपटना है... यह भी हम जानते हैं। डकैत हो या डकैत का बाप, हम सभी से निपटना जानते हैं। हम ऐसे अपराधी को बख्शेंगे नहीं।"
महापौर ने उठाए सवाल
पार्षद अनवर कादरी पर लगे गंभीर आरोपों पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अलग-अलग सरनेम का उपयोग कर लोगों को भ्रमित करने वाला यह व्यक्ति अब फिर से जांच के घेरे में है। इस बार के आरोप बेहद गंभीर और आपत्तिजनक प्रकृति के हैं। महापौर ने यह भी कहा कि ऐसे व्यक्ति का पद पर बने रहना उचित नहीं है।
अनवर कादरी पर आपराधिक मामले
जानलेवा हमले में काट चुका है सजा
2011 में, अनवर कादरी, उसके भाई और एक अन्य आरोपी को जानलेवा हमले के मामले में अदालत ने एक-एक साल की कारावास की सजा सुनाई थी। यह हमला 6 मई 2009 को इंदौर के आजादनगर चौराहे के पास अनवर हुसैन पर हुआ था। अनवर हुसैन आरोपियों पर चल रहे एक अन्य मामले में गवाह था। पुलिस ने कादरी सहित कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया था और उनके पास से पिस्तौल, कट्टा, तलवार और चाकू बरामद किए थे।
उज्जैन में डकैती का केस और 'डकैत' नाम
अनवर कादरी पर 1996 में उज्जैन के महाकाल थाने में डकैती का केस दर्ज हुआ था। इसी घटना के बाद उसे 'अनवर डकैत' के नाम से जाना जाने लगा। अनवर ने इंदौर में भी मारपीट और घर में घुसकर धमकाने जैसी कई वारदातों को अंजाम दिया है। अनवर कांग्रेस से तीन बार पार्षद रह चुका है, और उसकी पत्नी भी दो बार पार्षद रही है। प्रमोद टंडन के शहर कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए अनवर को शहर कांग्रेस का महामंत्री भी नियुक्त किया गया था। उसने एक बार निर्दलीय चुनाव भी लड़ा था।
'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे और जेल
28 अप्रैल 2025 को, अनवर ने इंदौर के वार्ड 58 स्थित बड़वाली चौकी पर पहलगाम हमले के विरोध में पाकिस्तान और आतंकवाद का पुतला दहन किया था। इस कार्यक्रम के दौरान, जैसे ही कादरी ने 'पाकिस्तान' शब्द बोला, वहां मौजूद उसके कुछ समर्थकों ने 'जिंदाबाद' के नारे लगा दिए। इस मौके पर बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं, पुरुष और बच्चे मौजूद थे। घटना के वीडियो के आधार पर बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला ने एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसके बाद अनवर कादरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
पत्रकार के घर में घुसकर मारपीट
पिछले साल, इंदौर के बड़वाली चौकी क्षेत्र में अनवर कादरी पर पत्रकार जावेद खान के घर में बंदूक लेकर घुसने और मारपीट करने का गंभीर आरोप लगा था। पुलिस के अनुसार, अनवर ने जावेद के साथ लात-घूंसों से मारपीट की और उनके परिवार को भी धमकाया। जावेद ने शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि कादरी ने घर की महिलाओं से दुर्व्यवहार किया और बच्चों को डराया-धमकाया। घर में तोड़फोड़ भी की गई थी। पुलिस ने जावेद खान की रिपोर्ट पर अनवर कादरी और उसके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
निकाय चुनाव में फर्जी वोट डलवाने का आरोप
2022 के नगर निगम चुनाव के दौरान, अनवर कादरी पर मतदाताओं को धमकाने और फर्जी वोट डलवाने की कोशिश करने का आरोप लगा था। यह घटना 6 जुलाई 2022 को शासकीय कस्तूरबा कन्या स्कूल स्थित मतदान केंद्र पर हुई थी। आरोप है कि इस दौरान कादरी ने सरकारी काम में बाधा डाली और वहां मौजूद अधिकारियों के साथ गाली-गलौज करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। सहायक रिटर्निंग अधिकारी अंशुल खरे ने सराफा थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने अनवर कादरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
लव जिहाद और देह व्यापार की साजिश
16 जून को बाणगंगा थाना पुलिस ने कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी पर लव-जिहाद और हिंदू युवतियों को देह व्यापार में धकेलने की साजिश रचने का केस दर्ज किया है। इससे पहले 13 जून को पुलिस ने साहिल शेख और अल्ताफ को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि पार्षद कादरी ने उन्हें हिंदू लड़कियों से शादी कर धर्म परिवर्तन कराने और देह व्यापार में धकेलने के लिए उकसाया था। अल्ताफ ने बताया कि वह पेंटर है और साहिल कार शोरूम में काम करता है। पार्षद कादरी ने उसे एक लाख और साहिल को दो लाख रुपए नकद दिए थे। शर्त रखी थी कि वे हिंदू लड़कियों से शादी करें और फिर उन्हें देह व्यापार में धकेलें। उन्होंने यह भी बताया कि आधी रकम पहले ही मिल चुकी थी और बाकी रकम काम पूरा होने के बाद दी जानी थी।
साहिल के पिता से पुरानी जान-पहचान
बाणगंगा पुलिस अनवर की तलाश में लगातार दबिश दे रही है। पुलिस ने उसके घर और रिश्तेदारों के यहां छापे मारे, लेकिन वह अब तक नहीं मिला है। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी साहिल के पिता की अनवर से पुरानी जान-पहचान थी, इसी कारण साहिल की भी अनवर से दोस्ती हो गई। अनवर ने साहिल और उसके दोस्त अफजल को पैसों का लालच देकर हिंदू लड़कियों से दोस्ती करने, उनसे शादी करने और फिर उन्हें देह व्यापार में धकेलने को कहा। इसके बाद दोनों ने सोशल मीडिया के जरिए लड़कियों से संपर्क किया और उन्हें अपने जाल में फंसाने की कोशिश की। पुलिस को शक है कि अनवर ने केवल इन दो युवकों को ही नहीं, बल्कि और कई लड़कों को भी इस काम के लिए फंडिंग की थी। पुलिस को जानकारी मिली है कि अनवर अजमेर या मुंबई में अपने किसी रिश्तेदार के यहां छिपा हो सकता है।
भाइयों पर भी गंभीर अपराध दर्ज
अनवर कादरी ही नहीं, उसके दो भाई अज्जू डकैत और फिरोज पर भी गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। अज्जू हत्या और लूट जैसे मामलों में जेल जा चुका है। पुलिस के मुताबिक, लव जिहाद मामले में अनवर कादरी के साथ और कौन-कौन शामिल है, इसकी भी जांच की जा रही है।
हाईकोर्ट में लगाई याचिका
अनवर कादरी ने शुक्रवार को हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। उसने आशंका जताई है कि नगर निगम या प्रशासन उसके इंदौर में सदर बाजार स्थित मकान में तोड़फोड़ कर सकते हैं। अनवर ने कोर्ट से अपील की है कि अगर कोई कार्रवाई की जाए तो सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन किया जाए। इस पर जस्टिस सुबोध अभ्यंकर की बेंच ने कहा कि कार्रवाई से पहले तय गाइडलाइन का पालन जरूरी होगा। इसी निर्देश के साथ याचिका का निपटारा कर दिया गया।
कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने
बीजेपी नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा ने 18 जून को पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह को पत्र लिखकर कादरी पर सख्त कार्रवाई और रासुका लगाने की मांग की थी। वहीं, कांग्रेस नेता चिंटू चौकसे ने अनवर कादरी का बचाव करते हुए केस को पूरी तरह झूठा बताया। चौकसे का कहना है कि कादरी को राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा, "यह मामला पूरी तरह से बेबुनियाद है, हमारे पार्षद को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।" दूसरी ओर, भाजपा महिला मोर्चा ने संभागायुक्त कार्यालय में शहर में बढ़ते लव जिहाद के मामलों को लेकर नारेबाजी की। नगर अध्यक्ष शैलजा मिश्रा ने बताया कि उन्होंने लव जिहाद के आरोपी अनवर कादरी को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की और इसे लेकर ज्ञापन भी सौंपा।