इंदौर में 11 साल की छात्रा की अचानक मौत: खेलते-खेलते थक गई, आराम करने बैठी और वहीं गिर गई; हार्ट अटैक की आशंका

इंदौर में बेटमा के निजी स्कूल में खेलते-खेलते गिरी 11 साल की छात्रा, अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित किया, हार्ट अटैक का अंदेशा;

Update: 2025-09-11 07:59 GMT
Table of Contents
  1. इंदौर में 11 साल की छात्रा की मौत
  2. कैसे हुआ हादसा?
  3. डॉक्टरों की रिपोर्ट और हार्ट अटैक की आशंका
  4. बच्चों में हार्ट अटैक के संभावित कारण
  5. बच्चों की सेहत के लिए जरूरी सावधानियां
  6. FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

इंदौर में 11 साल की छात्रा की मौत

इंदौर जिले के बेटमा क्षेत्र से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली 11 साल की छात्रा की अचानक मौत हो गई। छात्रा का नाम नक्षिता (11) बताया गया है, जो माचल गांव के निजी स्कूल में कक्षा 6वीं में पढ़ती थी। घटना के बाद पूरे इलाके में शोक का माहौल है।

कैसे हुआ हादसा?

जानकारी के मुताबिक, मंगलवार दोपहर लंच टाइम में छात्रा अपने दोस्तों के साथ खेल रही थी। खेल खत्म होने के बाद वह थकान मिटाने के लिए बैठी ही थी कि अचानक गश खाकर जमीन पर गिर गई। स्कूल प्रबंधन ने तुरंत उसे नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर होने पर इंदौर रेफर किया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

डॉक्टरों की रिपोर्ट और हार्ट अटैक की आशंका

डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक की आशंका जताई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस उम्र में हार्ट अटैक बेहद रेयर होता है। हर एक लाख बच्चों में से 1 से 3 केस ही सामने आते हैं। कई बार जन्म से ही हार्ट डिफेक्ट या जेनेटिक कारण से ऐसी घटनाएं हो जाती हैं। फिलहाल छात्रा की मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा।

बच्चों में हार्ट अटैक के संभावित कारण

विशेषज्ञ बताते हैं कि बच्चों में हार्ट से जुड़ी बीमारियां अब लाइफस्टाइल की वजह से भी बढ़ रही हैं। जंक फूड और कोल्ड ड्रिंक का ज्यादा सेवन मोटापा, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल बढ़ा देता है। इसके अलावा तनाव और हार्मोनल बदलाव भी हार्ट पर दबाव डाल सकते हैं। कुछ मामलों में अनुवांशिक कारण और जन्मजात बीमारियां भी जिम्मेदार होती हैं।

बच्चों की सेहत के लिए जरूरी सावधानियां

डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों की सेहत का ध्यान रखने के लिए उनके खानपान और दिनचर्या पर ध्यान देना जरूरी है। बच्चों को जंक फूड और सॉफ्ट ड्रिंक से दूर रखना चाहिए। नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और समय-समय पर हेल्थ चेकअप करवाना भी बेहद जरूरी है। खासकर अगर परिवार में हार्ट डिजीज का इतिहास है, तो बच्चों की हार्ट स्क्रीनिंग करानी चाहिए।

FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1. 11 साल की छात्रा की मौत कैसे हुई?
Ans: खेलते-खेलते थकान मिटाने बैठी छात्रा अचानक गश खाकर गिर पड़ी और बाद में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

Q2. डॉक्टरों ने क्या आशंका जताई?
Ans: डॉक्टरों ने हार्ट अटैक की आशंका जताई है, हालांकि असली कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही साफ होगा।

Q3. क्या बच्चों को भी हार्ट अटैक हो सकता है?
Ans: हां, लेकिन यह बहुत दुर्लभ होता है। हर 1 लाख बच्चों में 1 से 3 केस ही सामने आते हैं।

Q4. बच्चों में हार्ट अटैक की वजह क्या हो सकती है?
Ans: जंक फूड, मोटापा, ब्लड प्रेशर, तनाव, अनुवांशिक कारण और जन्मजात हार्ट डिफेक्ट इसकी वजह हो सकते हैं।

Q5. बच्चों की सेहत का ध्यान कैसे रखा जाए?
Ans: उन्हें हेल्दी फूड दें, नियमित व्यायाम करवाएं, समय पर नींद दिलाएं और हेल्थ चेकअप कराते रहें।

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