'I Love Muhammad' Row: दिग्विजय सिंह ने कहा- मुस्लिमों को टारगेट किया जा रहा, इंदौर में पूर्व सीएम को बाजार में घुसने से रोंका; एकलव्य ने की थी मुस्लिम कर्मचारियों को हटाने की अपील
आई लव मुहम्मद विवाद: शनिवार को इंदौर के शीतलामाता मार्केट में एंट्री करने से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को पुलिस ने रोक दिया। दिग्विजय सिंह ने पुलिस से लंबी बहस की और सराफा थाना पहुँचकर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।;
मुख्य समाचार बिंदु / Key Highlights
- पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को पुलिस ने इंदौर के शीतलामाता बाजार में एंट्री करने से रोक दिया।
- दिग्विजय सिंह के विरोध में व्यापारियों ने पुरे बाजार को भगवा झंडे और बैनर पोस्टरों से पाट दिया।
- दिग्विजय सिंह ने मुसलामानों को टारगेट करने का आरोप लगाया।
- विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य ने व्यापारियों से दुकानों में कार्यरत मुस्लिम कर्मचारियों को काम से हटाने का अल्टीमेटम दिया था।
- दिग्विजय ने कहा-मुझे शीतलामाता मंदिर के दर्शन करने जाने से ही एसीपी ने रोक दिया।
'आई लव मोहम्मद' विवाद: दिग्विजय को बाजार में प्रवेश करने से पुलिस ने रोका
शनिवार को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह इंदौर के शीतलामाता बाजार पहुंचे। लेकिन पुलिस ने उन्हे बाजार में प्रवेश करने से रोक दिया। दिग्विजय सिंह ने पुलिस से काफी बहस बाजी की और सराफा थाना पहुंचे, जहां उन्होने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने देश में चल रहे 'आई लव मोहम्मद' कैम्पेन को लेकर भी बात की। उन्होने कहा कि "मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है"।
दिग्विजय सिंह ने शीतलामाता मंदिर जाकर माता के दर्शन करने से रोकने का आरोप पुलिस पर लगाया है।
दरअसल, दिग्विजय सिंह शीतलामाता बाजार में दुकानों पर मुस्लिम कर्मचारियों को रखने को लेकर चल रहे विवाद को लेकर सराफा थाना पहुंचे थे। इस दौरान हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता, व्यापारी और महिलाए पहले से वहीं मौजूद रहें। महिला संगठन अपने हाथ में चूड़ियाँ लेकर खड़ी थी।
आलम यह रहा कि दिग्विजय सिंह के आने के विरोध में हिन्दू संगठनों और व्यापारियों ने पूरे बाजार को ही भगवा झंडों और बैनर पोस्टरों से पाट दिया था। कई व्यापारी तो गले में केसरिया पट्टे पहने हुए नजर आए। बाजार में विवाद कि स्थिति को देखते हुए भरी पुलिस बल और रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया था।
पहले जानिए विवाद क्या है?
भाजपा विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य ने व्यापारियों से मुस्लिम कर्मचारियों को हटाने की अपील की थी। इसके लिए गौड़ ने 25 सितंबर तक का आल्टीमेटम दिया था। अपील का असर भी हुआ। व्यापारियों ने अनिच्छा के बावजूद मुस्लिम कर्मचारियों को काम से हटा दिया।
इसी का विरोध करने दिग्विजय सिंह शीतलामाता बाजार पहुंचे हुए थे। उन्होने मीडिया को बताया कि एक विधायक के समर्थक मुसलमानों को नौकरी से निकालने और उनके व्यापार को बंद कराने की बात कह रहें हैं। क्या यह कानूनन तौर पर अपराध की श्रेणी में नहीं आता। अगर है तो फिर अब तक पुलिस ने एफ़आईआर क्यों दर्ज नहीं की।
लोग प्रदर्शन कर रहें हैं। कह रहें हैं कि क्या उनका कसूर सिर्फ इतना है कि वे मुसलमान हैं? जो ईमानदारी से व्यापार कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहें हैं, उन्हे धमकाना पूरी तरह से गलत है। इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
'आई लव मोहम्मद' कैंपन पर बोले दिग्विजय- मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा
देश में चल रहे 'आई लव मोहम्मद' कैंपन पर भी दिग्विजय ने खुलकर बात की और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होने कहा कि इसमें आपत्ति क्या है। मैं हिन्दू हूँ तो 'आई लव राम', 'आई लव कृष्ण' कह सकता हूं। जो बुद्दिष्ट है वह 'आई लव गौतम' कह सकता है और जैन समाज इसी तरह 'आई लव महावीर' कह सकता है। इसमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इसे सांप्रदायिक रंग दे दिया गया। मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है।
दिग्विजय ने आगे कहा कि कुछ भी करना हो तो आज जिहादी बोल दिया जाता है। पहले इस शब का मतलब तो गूगल करिए। पहले हम भारतीय हैं फिर किसी धर्म के। लेकिन धर्म के ठेकेदार इस देश के धर्म को बेचने में तुले हुए हैं।
पूर्व सीएम ने हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में लगाई है याचिका
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव को लेकर हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में याचिका भी लगाई है, जिस पर शनिवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन अब यह सुनवाई 10 नवंबर को होगी।