अच्छी नींद से सेहत में कैसा पड़ता है असर, पढ़ ले जरूरी खबर : Health Tips In Hindi

Health Tips In Hindi: हमारे देश में कभी आयुर्वेद के प्रयोग से ही लोग लंबी उम्र पाते थे और बीमारियों का नामोनिशान तक नहीं था, किंतु जैसे-जैसे हम आधुनिक युग में आए, हमने अपने जीवन जीने का तरीका ही बदल दिया। आधुनिक जीवन में सुबह उठने से लेकर रात्रि में सोने तक हम पूरी तरह भौतिकवादी एवं विलासितावादी सहारों पर टिके हुए हैं।

Update: 2021-03-18 13:38 GMT

Health Tips In Hindi: हमारे देश में कभी आयुर्वेद के प्रयोग से ही लोग लंबी उम्र पाते थे और बीमारियों का नामोनिशान तक नहीं था, किंतु जैसे-जैसे हम आधुनिक युग में आए, हमने अपने जीवन जीने का तरीका ही बदल दिया। आधुनिक जीवन में सुबह उठने से लेकर रात्रि में सोने तक हम पूरी तरह भौतिकवादी एवं विलासितावादी सहारों पर टिके हुए हैं।

वाहनों पर सफर करने के कारण पैदल न चलना, रासायनिक खाद से बने हुए भोजन का प्रयोग, एसी में रहना, फ्रिज में रखे हुए भोजन का प्रयोग, ठंडे पानी का प्रयोग कमोबेश सभी की आदत बन चुकी है। अनेक प्रकार के जंक फूड जो पोषण रहित एवं संक्रमण से युक्त हैं, उनका प्रयोग लगातार बढ़ रहा है।

आयुर्वेद के आचार्यो के अनुसार आहार, निद्रा एवं ब्रह्मचर्य ही जीवन का आधार है। यदि इन तीनों का पूर्णतया: स्वस्थ तरीके से प्रयोग किया जाए तो जीवन स्वस्थ एवं सयक रूप से व्यतीत होगा। आधुनिक जीवनशैली में आहार एवं निद्रा दोनों ही अव्यवस्थित हैं। तनाव भरा जीवन, प्रतिस्पर्धा, महत्वाकांक्षा एवं अज्ञानता ने हमारे जीवन में इन दोनों जरूरतों पर गहरा आघात किया है। नींद का पूरा न होना आम समस्या है और इसका कारण प्रत्येक व्यक्ति में अलग-अलग है।

अस्वस्थ होता है पाचन तंत्र 

अच्छी नींद आने के लिए भोजन समय पर करना चाहिए। अनियमित भोजन करने से, अधिक भोजन करने से या भोजन न करने से पाचन तंत्र का कार्य व्यवस्थित नहीं रहता है और मनुष्य को पाचन संबंधी बीमारियां हो जाती हैं। इससे अच्छी नींद नहीं आती। इन समस्याओं का सरल समाधान आयुर्वेद में बताया गया है। 

-अधिक मिर्च-मसाले वाले भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। मिर्च-मसाले शरीर में विदाह उत्पन्न करते हैं जिससे निद्रा में बाधा पहुंचती है।

-रात को सोने से करीब तीन घंटे पहले भोजन कर लेना चाहिए ताकि उसका पाचन सही प्रकार से हो सके। क्त टीवी, मोबाइल और कंप्यूटर से सोने के एक घंटे पहले दूरी बना लेनी चाहिए।

-यदि कोई शारीरिक समस्या न हो तो रात्रि में गुनगुने दूध का सेवन करना चाहिए। क्त रात्रि में सोने से पूर्व अपने इष्टदेव को याद करना चाहिए।

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